बदायूँ। भाकियू चढूनी के कार्यकर्ताओं को मालवीय आवास ग्रह पर 18वें दिन भी धरना स्थल पर कोई सुनने नहीं पहुंचा कोई भी प्रशासनिक अधिकारी। किसानों का अनिश्चित कालीन धरना जारी।
भारतीय किसान यूनियन चढूनी के कुँवरगांव नगर अध्यक्ष इरफान अहमद की ज़मीन पर हुए अवैध कब्जे को तमाम शिकायतों के बावजूद न तो अभी तक ज़मीं दोज़ किया गया न ही भूमाफियाओं पर कोई मुकदमा पंजीकृत हुआ है। न ही राजस्व विभाग ने अब तक कोई पैमाइश की है। पूर्व में धरने पर बैठे इरफान को आश्वासन देकर धरने से हटा दिया। जब कोई कार्य नहीं हुए तब 14 अक्टूबर से इरफान पुनः धरने पर बैठ गए। जो आज आठवें दिन भी धरने पर रहे। वहीं खिरिया रहलू निवासी कार्यकर्ताओं रामेश्वर, लटूरी व छोटेलाल पर अलापुर पुलिस द्वारा लिखे फ़र्ज़ी मुकदमों व खिरिया रहलू गौशाला की संचालन कमेटी के ख़िलाफ़ धरना 18 वें दिन भी बदस्तूर जारी रहा।
धरने का नेतृत्व कर रहे ज़िला प्रभारी अजब सिंह राजपूत नें कहा चौदहवें दिन भी कार्यकर्ता धरने पर बैठे हैं। सभी अधिकारियों के संज्ञान में पूरा मामला होते हुए भी किसी भी उच्च अधिकारी ने किसानों को सुनना ज़रूरी नहीं समझ रहा है। ऐसी कार्यशैली के कारण ही आज किसान दुःखी है। किसानों को इंसाफ नहीं मिल पा रहा है।


ज़िलाध्यक्ष सतीश साहू ने बताया हमारे कार्यकर्ता इंसाफ़ के लिए काफी समय से गाँधीवादी तरीके से शांतिपूर्वक ढंग से धरना दे रहे हैं। क्या पूरे जनपद में ऐसा कोई अधिकारी नहीं है जो कार्यकर्ताओं को इंसाफ दे सके। बरेली मण्डल भर में भाकियू चढूनी इस धरने पर नज़र बनाये हुए है। जल्द ही बड़े आंदोलन की सूचना दे दी जाएगी।
आरिफ रजा ने कहा जब तक कार्यकर्ताओं को न्याय नहीं मिलता है संगठन द्वारा अनिश्चित कालीन धरना जारी रहेगा।
इस मौके पर धरना स्थल पर चंद्रमोहन वर्मा, राजेन्द्र सिंह, रामेश्वर, लटूरी, छोटेलाल, इरफान अहमद, चंद्रमोहन वर्मा, कासिम अली, आरिफ रज़ा, भगवानदास, जयपाल, कृष्ण अवतार शाक्य, असलम, मुकेश, राम किशन, विजय सिंह, हरविंदर, रामदास प्रताप सिंह, आदि लोग उपस्थित रहे।