बदायूँ। प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही 108 एम्बुलेंस सेवा शनिवार को फिर जीवनदायिनी साबित हुई। 108 एम्बुलेंस के इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन (ईएमटी) ने अपनी सूझबूझ से मरीज के जीवन की रक्षा करने में अहम भूमिका अदा की।
रोड एक्सीडेंट में घायल राहगीर व्यक्ति को ईएमटी ने रास्ते में ही ईआरसीपी टीम (लखनऊ) के माध्यम से राहगीर का प्राथमिकी उपचार करके मरीज को रास्ते ही में दर्द से दिलाई राहत की चैन एवं उसके बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दातागंज में सुरक्षित भर्ती कराया ।
108 एम्बुलेंस के ईएमटी पविकास कुमार ने बताया कि शानुवार को दोपहर करीब डेढ़ बजे पराहि ईट भट्टे के पास , शमरेर क्षेत्र राहगीर व्यक्ति दयाराम के एक्सीडेंट होने की सूचना मिली। सूचना मिलते एम्बुलेंस राहगीर के पास पहुँचकर राहगीर दयाराम (32 वर्ष) की गंभीर स्थिति को देखते हुए तुरंत राहगीर को एम्बुलेंस में लिटाया एवं राहगीर को चिकित्सालय की और निकले।
उसके बाद विकास कुमार (ईएमटी) ने रास्ते में ही टेलीफोनिक के माध्यम से ईआरसीपी टीम (लखनऊ) के मदद से प्राथमिकी उपचार देते हुए राहगीर को रास्ते में दर्द से दिलाई राहत ।
मरीज को लेकर जब एम्बुलेंस कर्मी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दातागंज पहुंचे तो डॉक्टर ने मरीज की जांच करने बाद डॉक्टर ने ईएमटी की समझदारी और कार्यकुशलता की सराहना की।
सेवा प्रदाता संस्था ईएमआरआई ग्रीन हेल्थ सर्विस के प्रोग्राम मैनेजर राजन कुमार ने बताया कि 108 एम्बुलेंस में कर्मचारी किसी भी इमरजेंसी परिस्थिति के लिए प्रशिक्षित हैं। उन्होंने बताया कि 108 एम्बुलेंस सेवा पूरी तरह से नि:शुल्क है। कोई भी व्यक्ति 24 घंटे कभी भी सरकारी अस्पताल जाने के लिए 108 एम्बुलेंस की मदद ले सकता है।