दातागंज। बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं का धरना एवं हड़ताल शुक्रवार को 37 वें दिन भी जारी रही वार वेलफेयर ऐसे एसोसिएशन दातागंज के समस्त अधिवक्तागण 37 वें दिन भी हड़ताल के साथ धरने पर वैठे हैं उन्होंने मुंसिफ न्यायालय की स्थापना तक सघर्ष जारी रखने का ऐलान किया है उसके वाद भी प्रशासनिक अधिकारी देरी कर क्षेत्रीय वादकारियों एंव अधिवक्ताओं का सबर का बांध तोड़ने को विवश कर रहे हैं। जाने आलम ने कहा कि दातागंज वार बेलफेयर एसोसियेशन के समस्त अधिवक्तागण मुन्सिफ न्यायालय की मांग करते हुए हड़ताल एवं धरने पर वैठे है 37 दिन वीत जाने के वाद भी प्रसाशन ने आज तक कोई सुध नहीं ली है जिससे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि प्रसासनिक अधिकारी तहसील के वादकारियों के अन्याय करने में जुटे है अधिवक्तागणों का कहना था कि दातागंज में मुन्सिफ न्यायालय स्थापित नहीं हो जाता है तब तक हड़ताल धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। दातागंज के अधिवक्तागण क्षेत्रीय बादकारियों को सस्ता एवं सुलभ न्याय दिलाने हेतु हड़ताल एवं धरना कर रहे हैं लेकिन कुछ अधिकारियों के निष्क्रियता के कारण दातागंज में पीठासीन अधिकारी की तैनाती नहीं हो पा रही है। जवकि दातागंज में वर्ष 2008 से मुंसिफ न्यायालय स्वीकृत है दातागंज वार ने अपने निजी धन से पुराने उपजिलाधिकारी न्यायालय की मरम्मत एंव रंग रोगन एंव फर्नीचर की व्यवस्था कराके मुन्सिफ न्यायालय एक वर्ष पूर्व बनवा दिया जो एक वर्ष से तैनाती की राह देख रहा है।दातागंज वार वेलफेयर एसोसियसयन के अधिवक्ताओं ने एक सुर में कहा कि जब तक मुन्सिफ न्यायालय स्थापित नहीं हो जाता तब तक उपजिलाधिकारी, तहसीलदार, नायव तहसीलदार न्यायालय मे कोई कार्य नहीं करेगें और सयुक्त रूप से धरना, प्रदर्शन करते रहेगें। प्रसासन की उदासीनता के कारण मुंसिफ कोर्ट वर्ष 2008 से स्वीकृत है उसके बाद भी आज तक मुंसिफ कोर्ट की ना तो स्थापना हो पाई है और ना ही पीठासीन अधिकारी को नियुक्त किया गया  धरने में मो० रऊफ अन्सारी, आशा दीक्षित, मो० इश्हाक, राजेन्द्र कुमार, अजय कुमार गुप्ता, वाबूराम कश्यप, प्रदीप सक्सेना, धर्मेन्द्र पाल सिंह, कुलदीप सक्सेना, सतेन्द्र शाक्य, सत्य प्रकाश गुप्ता आदि अधिवक्ता धरना स्थल पर मौजूद रहे।

रिपोटर – राजेन्द्र कुमार