सहसवान। नगर क्षेत्र के मोहल्ला अकबराबाद, जहांगीराबाद, तहसील रोड, शाहबाजपुर, नवादा, आदि स्थानों पर जोर जबरदस्ती करते हुए बच्चों को प्रताड़ित कर ट्यूशन के लिए करते है। मजबूर यह कहानी सहसवान के सरकारी अध्यापकों की है जो सरकार से पगार लेते हैं 70 से ₹80000 तक उसके बावजूद प्रमोद इंटर कॉलेज एवं पन्नालाल नगर पालिका इंटर कॉलेज के अध्यापकों द्वारा पढ़ाई जाती है। ट्यूशन जो कई वर्षों से चली आ रही है जबकि कोई भी सरकारी अध्यापक ट्यूशन नहीं पढ़ा सकता लेकिन वह बच्चों को क्लाश के अंदर डरा धमका कर एवं फेंल करने की धमकी देते हुए उन्हें क्लास के अंदर खड़ा करके उन्हें तरह तरह से उत्पीड़न कर उन्हें मारते पीटते हैं। वह बच्चे मजबूर होकर ट्यूशन के लिए विवश हो जाते हैं। इसी तरह के कई मामले सहसवान में उजागर होते रहे। यहां पर बच्चों का इतना उत्पीड़न किया जाता है कि उनके अभिभावक भी चुप्पी साधे रहते हैं कारण यह नहीं रहे कारण है अभिभावकों को बच्चों को पढ़ाना है और सहसवान एक बहुत ही लिखाई पढ़ाई में पिछड़ा हुआ है क्योंकि आज तक यहां का कोई भी बच्चा उच्च स्तरीय स्थान पर नहीं पहुंच पाया है। इसीलिए सहसवान में खुली चुनौती देते हुए प्रमोद इंटर कॉलेज के सरकारी अध्यापक एवं पन्नालाल इंटर कॉलेज के अध्यापक मनचाहे तरीके से बच्चों को गुमराह कर ट्यूशन खोरी का खेल कर रहे हैं जिसमें अध्यापकों का कहना है कि हम इसकी मोटी रकम जिला विद्यालय निरीक्षक के कार्यालय तक पहुंचाते हैं जबकि इस बाबत जिला विद्यालय निरीक्षक प्रवेश कुमार से वार्ता की गई तो। उन्होंने बताया कि अगर कोई भी किसी भी तरह का अवैध ट्यूशन खोर शिक्षक ट्यूशन खोरी कर रहा है जो सरकारी है वह तो बहुत ही गंभीर विषय है। उसे हम तत्काल दिखावा कर कार्रवाई कराएंगे। अगर जो लोग बिना मानक के बिना रजिस्ट्रेशन के अगर ट्यूशन पड़ा रहे हैं जिनके यहां ट्यूशन पढ़ाने के लिए जैसे फायर, शौचालय, बच्चों की बैठने की जगह आदि पर जोर देते हुए कहा कि अगर यह लोग बिना अनुमति के य पूरे मानक पूरे न करते हुए ट्यूशन पढ़ा रहे हैं उन पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। अब देखना है कि शासन प्रशासन के नियमों को किस तरह पालन कराया जाएगा।