सूचना के अधिकार के प्रयोग से करे व्यवस्था की निगरानी।
मोबाईल, बैंक, विद्युत, बीमा व एल पी जी उपभोक्ताओं को शोषण से मुक्ति दिलाने को चलेगा अभियान।
बदायूँ। भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान के तत्वावधान में माह के द्वितीय व चतुर्थ शनिवार को आयोजित होने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रमों की श्रृंखला में केंद्रीय कार्यालय प्रभारी रामगोपाल के संयोजन में 181वें सूचना कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर का आयोजन शिवपुरम बदायूं स्थित मुख्यालय पर किया गया साथ ही उपभोक्ताओं, महिलाओं, श्रमिकों, पूर्व सैनिकों, शिक्षकों की सहायतार्थ विधिक सहायता शिविर भी आयोजित किया गया । सर्वप्रथम राष्ट्र राग “” रघुपति राघव राजाराम …….”” का कीर्तन किया गया तदांतर ध्येय गीत “”जीवन में कुछ करना है तो ….”” एम एल गुप्ता द्वारा प्रस्तुत किया गया।
प्रशिक्षण शिविर में भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान के मुख्य प्रवर्तक व व्यवस्था सुधार मिशन के जनक हरि प्रताप सिंह राठोड एडवोकेट द्वारा प्रशिक्षणार्थियों को सूचना के कानून की बारीकियां बताने के साथ ही लोकहित में प्रयोग के तरीक़े भी बताए गए। आज के सत्र में सूचना कार्यकर्ताओं की व्यावहारिक कठिनाईयो का भी निवारण किया गया। साथ ही शासन के निर्देशों के क्रम में तीन वर्ष से अधिक समय से एक ही स्थान पर कार्यरत कार्मिकों को हटाए जाने हेतु सूचना के अधिकार के प्रयोग के साथ ही जनसुनवाई/माई ग्रीवांस पोर्टल पर शिकायते दर्ज कराए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया। साथ ही तहसील मुख्यालयों पर बैठकों की योजना तैयार की गईं।
इस अवसर पर भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान के मुख्य प्रवर्तक हरि प्रताप सिंह राठोड़ एडवोकेट ने कहा कि नागरिक इस देश के वास्तविक स्वामी हैं। उन्हें व्यवस्था का ज्ञान होना अत्यंत आवश्यक हैं। प्रशिक्षण कार्यक्रमों से नागरिकों को दायित्व बोध कराकर उनमें निगरानी की प्रवृत्ति विकसित करने हेतु निरंतर प्रशिक्षण के कार्यक्रम आयोजित कर उन्हे सुचना का अधिकार, जनहित गारंटी कानून, पंचायत राज वयवस्था के साथ ही जनोपयोगी एप और पोर्टल व हेल्पलाइन के प्रयोग के प्रति जागरुक करने का कार्य किया जा रहा है। प्रशिक्षण कार्यक्रमों का व्यापक प्रभाव भी दिखाई दिया है। नागरिकों के अज्ञान का लाभ उठाकर ही लोकसेवक/ राजकीय सेवक राजा जैसा आचरण कर रहे हैं। सभी प्रशिक्षित कार्यकर्ता अन्य नागरिकों को भी इस प्रशिक्षण कार्यक्रम से जोड़े ताकि व्यवस्था परिवर्तन हो सके। प्रशिक्षित सूचना कार्यकर्ता ही व्यवस्था सुधार मिशन का हिस्सा बन सकेंगे। अधिकारीगण नागरिकों से संवाद नहीं करना चाहते हैं, सी यू जी नम्बर पर नागरिकों से बात नहीं करते, बड़े अधिकारी जनता से मिलने हेतु अपने अधीनस्थ को कार्यालय में बैठा देते हैं। सूचना कार्यकर्ताओं का दायित्व है कि वे सूचना के अधिकार का प्रयोग करके निष्क्रिय होती जा रही व्यवस्था को सक्रिय बनाने का कार्य करें।
राठोड़ ने कहा कि सूचना के अधिकार के प्रयोग से हमें रिश्वतखोरी, कमीशनखोरी, डग्गामारी व मिलावटखोरी के समूल विनाश के लिए कार्य करना है। सभी सूचना कार्यकर्ता मई माह में जिलाधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, उपायुक्त मनरेगा, खाद्य सुरक्षा विभाग व चिकित्सा विभाग में लोकहित से जुड़े विषयों पर अनिवार्य रूप से सूचना मांगने हेतु आवेदन करें। सूचना के अधिकार को नौकरशाही निष्प्रभावी बनाने में लगी है, सूचना के अधिकार को क्रियाशील बनाए जाने एवम उपभोक्ताओं व श्रमिकों के हित में जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को मांग पत्र प्रेषित किए जायेंगे।
प्रशिक्षण शिविर में प्रमुख रूप से धनपाल सिंह, एम एल गुप्ता , हर नन्दन सिंह, रामगोपाल, अखिलेश सिंह, डॉ सुशील कुमार सिंह, सतेंद्र सिंह, महेश चंद्र, असद अहमद, समीरउद्दीन एडवोकेट, श्यामाचरण गुप्ता, आर्येंद्र पाल सिंह, अमीरुद्दीन, सुरेश पाल सिंह, वीरेंद्र कुमार, प्रमोद कुमार आदि की सहभागिता रही।