सीएमएस अपनी जिम्मेदारी से झाड़ा पल्ला, डीएम ने दिये जांच के आदेश।

बदायूं। जिला कारागार में कैदी की आत्महत्या से जुड़ा एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है। हालांकि इस मामले ने जिला अस्पताल प्रशासन सवालों के घेरे में आ गया है। दरअसल जेल में रविवार को खुद को फांसी लगाकर जान दे देने वाले कैदी की लाश की आंखें गायब मिली हैं जिला जेल में गैंगस्टर मामले में चार साल के लिये निरुद्ध कैदी ने रविवार दोपहर बाथरूम में थैले की प्लास्टिक और गमछे से फांसी का फंदे पर झूल कर जान दे दी। जानकारी होने पर जेल सुरक्षा कर्मी कैदी को जिला अस्पताल लेकर आये। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जेल प्रशासन ने मृतक कैदी के परिजनों को सूचना देकर बुलाया गया है।

अलीगढ़ के अतरौली थाना क्षेत्र के गांव नहल गांव निवासी भोलू शर्मा (27) पुत्र राम गोपाल जिला जेल में कैदी था। जेल प्रशासन के मुताबिक, संभल के धनारी थाने की पुलिस ने उसके खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की थी। इस दौरान उसे चार साल की सजा हो गयी। इसी के तहत गिरफ्तारी के बाद उसे 20 सितंबर 2020 को यहां की जेल में लाया गया था।

इस बीच उसके परिजनों ने लगातार उससे मुलाकात को लेकर ध्यान नहीं दिया। जिससे वह बहुत ही परेशान रह रहा था। उसके साथ बंद बंदियों ने किसी माध्यम से उसकी जमानत अर्जी कोर्ट में पेश करायी थी। जहां से उसकी जमानत भी मंजूर हो गयी थी। बावजूद उसके कोई परिजन उससे मिलने नहीं पहुंचा। रविवार सुबह से ही वह गुमसुम था। दोपहर एक बजे करीब उसने बथरूम में थैले के हैंडल की प्लास्टिक और गमछे के सहारे फांसी का फंदा तैयार किया और उसके सहारे खिड़की से फंदा बांधकर लटक गया। जिसके शव को जिला अस्पताल के मोर्चरी में रखवा दिया था।
पुलिस ने पंचनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा तो मृतक के शव से दोनों आंखे गायब मिली। इस बात को लेकर परिजन भड़क उठे उन्होंने कहा कि जब मोर्चरी के कमरे में ताला बंद था तो दोनो आंखे कैसे गायब हो गई।

इस बात को लेकर परिजनों जिलाधिकारी से शिकायत की हैं जिसमें एसडीएम के द्वारा जांच कर रहे हैं। जांच के बाद सीएमएस की व्यवस्था पर उठ रहा है बड़ा सवाल, बंद कमरे से कैसे हो गई कैदी की दोनों आंखे गायब जबकि कमरे में ऐसा कोई रास्ता नहीं हैं कि कोई जीव जंतु भी घुस सके। सवाल यह है कि शव से आखिर आंखे ही क्यों गायब हुई।

सीएमएस ने जिम्मेदारी से झाड़ा पल्ला –

उसकी लाश को जिला अस्‍पताल की मोर्चरी में रखा गया था। जिला जेल में खुदकुशी के बाद जिला अस्‍पताल लाए गए शव की आंखें सही सलामत थीं। ऐसे में उसकी आंखें गायब हो जाने को लेकर तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। मोर्चरी से उसकी लाश को पोस्‍टमार्टम के लिए ले जाते वक्‍त दोनों आंखें गायब मिलीं। इस बारे में जिला अस्पताल के सीएमएस ने अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया तो भोलू शर्मा के परिवारीजनों ने जिलाधिकारी से सीएमएस की शिकायत की है।

रिपोर्टर – भगवान दास