बदायूं।जिले में नियम कानून को ताक पर रखकर पैथोलॉजी लैब का संचालन किया जा रहा है। बिना विभागीय अनुमति तथा अप्रशिक्षित कर्मचारियों के द्वारा लैब का संचालन हो रहा है इन पैथोलॉजी लैब में जांच के नाम पर लोगों की जेब काटी जा रही है। उझानी

सीएचसी प्रभारी के संज्ञान में होने के बावजूद कार्रवाई नहीं हो रही है।
उझानी नगर व आसपास के क्षेत्र में काव्या पैथोलॉजी लैब बिल्सी रोड, एमएस पैथोलॉजी गद्दी टोला, सोलंकी लैब, अशरफ बिल्सी रोड, आरबीएस पैथोलॉजी लैब वरी बाईपास ,देवी ज्योति लैब कछला रोड, डॉ लाल

कलेक्शन सेंटर कछला रोड, रहमान लैब मानपुर रोड, नेहा पैथोलॉजी लैब बिल्सी रोड, यहां यह पैथोलॉजी लैब खुली हुई हैं। मल, मूत्र व ब्लड की जांच करने का कार्य इन लैब में किया जाता है। जांच कराने वाले मरीजों व उनके तीमारदारों से मनमाना शुल्क वसूला जाता है,

जबकि इन पैथोलॉजी लैब संचालकों के पास न तो विभागीय अनुमति है और न ही यहां जांच के लिए प्रशिक्षित कर्मचारी ही मौजूद हैं। नियमानुसार पैथोलॉजी संचालन के लिए स्वास्थ्य विभाग की अनुमति तथा

प्रशिक्षित पैथोलॉजिस्ट,लैब टेक्नीशियन, एलए व सुविधाएं होना आवश्यक है। यहां नियम कानून को ताक पर रखकर लैब संचालित हो रही है। इन दिनों चल रहे मलेरिया डेंगू सीजन में अधिकांश चिकित्सक बुखार आदि के संदिग्ध मामलों में मरीजों की जांच करा रहें हैं।

मिलीभगत के चलते जांच के नाम पर जमकर लोगों की जेब काटी जा रही हैं। इसके बाद भी मरीज को सही रिपोर्ट मिल सकेगी इसकी गांरटी नहीं है। उझानी क्षेत्र में पैथोलॉजी लैब व अस्पतालों में कराए गए परीक्षण की रिपोर्ट में भिन्नता भी मिली है। गौरतलब है कि रोगी की जांच के बाद लैब रिपोर्ट के अनुसार ही चिकित्सा शुरू कर दवाइयां आदि दी जाती है। ऐसे में जांच रिपोर्ट महत्वपूर्ण होती है। गलत जांच रिपोर्ट होने से मरीज की जान को खतरा भी हो सकता है।

सीएमओं ने जारी किए निर्देश

सीएमओ डॉ रामेश्वर मिश्र ने बताया कि बिना अनुमति के संचालित लैब आदि को लेकर निर्देश जारी किए हैं। यदि कहीं बिना अनुमति के लैब का संचालन हो रहा है तो कार्रवाई की जाएगी।

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