रविवार को तिजारा के भर्तृहरि धाम में आस्था का अद्भुत संगम देखने को मिला। सुबह से ही धाम परिसर और गुफा पर श्रद्धालुओं का तांता लग गया। भक्तों ने बाबा भर्तृहरि की गुफा और प्राचीन कुएं पर धोक लगाई और आशीर्वाद लिया।


मुख्य अतिथि महंत बाबा बालक नाथ ने अपने संबोधन में कहा कि “तिजारा नाथों की धरती है, यहां की पहचान देशभर में होगी।” उन्होंने मंच से तिजारा से भर्तृहरि धाम तक सड़क बनाने की घोषणा कर श्रद्धालुओं को बड़ी सौगात दी।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे भाजपा नेता राजू यादव ने कहा कि शीघ्र ही भर्तृहरि धाम पर भव्य मंदिर का निर्माण कराया जाएगा। उन्होंने आह्वान किया कि तिजारा का हर घर मंदिर निर्माण में 5 ईंट अर्पित करे। इस संकल्प पर उपस्थित श्रद्धालुओं ने हाथ उठाकर सहमति जताई।

धाम परिसर में आयोजित विशाल भंडारे में हजारों भक्तों ने खीर-पूरी का प्रसाद ग्रहण किया। सेवकों ने प्रसाद वितरण, पानी और बैठने की व्यवस्था संभाली। वहीं भजन गायक अमित चौधरी और कर्ण डागर की टीम ने भक्ति रस से सराबोर भजनों की प्रस्तुति दी, जिन पर श्रद्धालु देर तक झूमते रहे।

ग्रामीण महिलाओं ने रंग-बिरंगे परिधानों में लोकगीत और नृत्य प्रस्तुत कर मेले का माहौल और अधिक भक्तिमय बना दिया। बाबा भर्तृहरि की गुफा और पास का प्राचीन कुआं श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र रहे। ग्रामीणों ने कुएं की सफाई और संरक्षण की मांग प्रशासन से की।

इस अवसर पर क्षेत्र के कई गणमान्य लोग भी मौजूद रहे। जिनमें रामकिशन मेघवाल, बने सिंह भिदुडी, देशपाल यादव, सुभाष सैनी, बुद्धन गुर्जर, नेत्रपाल यादव, कंवर सिंह चौधरी, विक्रम सिंह गुर्जर, हितेश शर्मा, अजय चंदेला, एडम गुर्जर, रामनिवास दायमा, रोहिताश्व कश्यप, पुरुषोत्तम सैनी, मंगतुराम सैनी, अनिल सैनी, जयपाल सिंह, सतीश पार्षद, ललित जैन, रतिराम यादव (सरपंच), नीरज (सरपंच), तेजपाल नागर, वीर सिंह चौहान, ओमप्रकाश यादव, यशपाल आचार्य, सुधीर कसाना, जगत पहलवान, विक्रम सिंह यादव, दिनेश यादव, ओमप्रकाश केला सहित अन्य लोग शामिल रहे।
भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने विशेष सुरक्षा और यातायात व्यवस्था की। पंडालों और पानी की व्यवस्था से श्रद्धालुओं को बड़ी राहत मिली। धाम का यह मेला न केवल धार्मिक आयोजन रहा, बल्कि आस्था, संस्कृति और सामाजिक एकता का प्रतीक भी बना। दूर-दराज़ से आए भक्तों ने इसे “अविस्मरणीय आध्यात्मिक अनुभव” बताया।