हर मस्जिद में मंदिर ढूंढने वाले गलत परिपाटी अपना रहे हैं
अगर हर मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनाई गई है तो हर बौद्ध मठ को तोड़कर मंदिर बनाए गए हैं ।इससे कोई इनकार नहीं कर सकता.मैं पहले भी कह चुका हूं कि केदारनाथ, बद्रीनाथ और जगन्नाथ पुरी बौद्ध मठ थे
1950 मैं लागू हुए संविधान में साफ तौर पर कहा गया है कि 1947 के वक्त से जो धार्मिक स्थल जैसे थे वैसा ही स्वीकार किया जाएगा।
संभल में सरकार ने जानबूझकर दंगा कराया है
अधिकारियों को अपने साथ जय श्री राम के नारे लगाने वालों को साथ ले जाने की क्या जरूरत थी। सरकार ने दंगा इस लिए कराया है कि मूलभूत समस्याओ बेरोजगारी महंगाई किसान समस्या छुट्टा जानवरों और प्रदेश में बिगड़ी कानून व्यवस्था पर चर्चा ना हो ईवीएम मशीन के दुरुपयोग पर चर्चा ना हो इसलिए सरकार किसी भी हद तक जाना पड़े उसमें जाने से परहेज नहीं। बहराइच में भी यही हाल हुआ था, धर्म विशेष के लोगों पर ज्यादती की गई थी, आग लगाई गई थी।सम्भल में हुई हत्या के मामले में पुलिस तो पल्ला झाड़ रही है।कई जो वीडियो दिखाई पड़ रहे हैं।वीडियो में जय श्री राम का नारा लगाते हुए भी है वीडियो में पुलिस द्वारा ईटा पत्थर जवाबी कार्रवाई के रूप में करते देखा गया है।गोलीबारी भी करते हुए देखा गया है।शासन प्रशासन की इस अंधेरगर्दी की चर्चा ना हो उसे ध्यान हटाने के लिए यह पुलिस की मनगढ़ंत कहानी गढ़ रही है।