बदायूं। उत्तर प्रदेश आंगनवाड़ी श्रमिक संघ एटक के द्वारा आंगनवाडी कार्यत्रियों के शोषण पर व एजुकेटर की नियुक्ति पर प्रदेश सरकार और प्रशासन के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया। मालवीय आवास गृह मंगलवार को सैकड़ो की संख्या आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है जिलाध्यक्ष मिथिलेश कुमारी जिला उपाध्यक्ष ममता भदौरिया व सुधा उपाध्याय के कुशल नेतृत्व में प्रदेश सरकार के खिलाफ हुंकार भरते हुए कहा प्रदेश भर में आंगनबाड़ी बहनें एक जुट है उन्होंने कहा जिस तरह बदायूं में आसफपुर ब्लॉक में नीलम सक्सेना व अंबियापुर ब्लॉक की सुधा उपाध्याय के साथ बाल विभाग के आला अधिकारियों ने झूठा आश्वासन देकर उनके साथ नाइंसाफी की है। जिलाध्यक्ष मिथलेश कुमारी ने कहा जिले में जिस तरह आंगनवाड़ी बहनों के साथ अधिकारी सलूक कर रहे हैं यह महिलाओं का घोर अपमान है उन्होंने कहा मानदेय रोक कर उन पर जुल्म किया जा रहा है आखिर इतनी बड़ी सजा महीना बाद पैसा मिलता है और उसे भी रोक दिया जाता है। एक आंगनवाड़ी कितना काम करती है यह शायद सरकार की सोच से बाहर है इसीलिए महिलाओं पर सरकार व प्रशासन जुल्म कर रहा है। इतने कम मानदेय कोई भी मजदूर काम नहीं करेगा।वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष ममता भदौरिया ने कहा उत्तर प्रदेश सरकार जिस तरह प्री प्राइमरी एजुकेशन की ट्रेनिंग आंगनबाड़ी बहनों को कराई और उसे पद का लाभ एजुकेटर नियुक्ति करके दूसरे लोगों को दिया जाना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा ।पूरे प्रदेश में बिगुल बज चुका है प्रदेश सरकार महिलाओं पर रहम करें किसान नेता राजेश कुमार सक्सेना महिलाओं के इस अनिश्चितकालीन आंदोलन पहुंचे उन्होंने कहा जुल्म सहना भी जुल्म से कम नहीं होता हैं।
मौलिक अधिकार संवैधानिक अधिकार हमें प्राप्त है लोकतांत्रिक सिद्धांतों से शांतिपूर्वक आंदोलन करें एजुकेटर व्यवस्था के खिलाफ आवाज को बुलंद करें उन्होंने कहा यह महिलाएं गांव की गरीब मजदूर मजबूर महिलाएं हैं पढ़ी-लिखी नारियों के साथ इतना जुल्म किया जा रहा है। मजदूरों से कम उन्हें मानदेय दिया जा रहा है।