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बदायूं। प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही एंबुलेंस सेवा जीवनदायिनी साबित हुई। सरकारी एंबुलेंस के इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन (ईएमटी) ने अपनी सूझबूझ से मरीज के जीवन की रक्षा करने में अहम भूमिका निभाई।

एंबुलेंस संचालक संस्था के ईएमई सूर्य प्रताप सिंह ने बताया कि रविवार को सुबह करीब साढ़े दस बजे ब्लॉक उझानी के फूलपुर गांव के पास कार की चपेट एक कावड़ यात्री(कावड़ श्रद्धालु) नीतल(16वर्ष) पुत्री बृजलाल के घायल होने की सूचना मिली, सूचना मिलते ही छह मिनट में एंबुलेंस घायल के पास तत्काल पहुंच गई। उसके बाद ईएमटी ने अपनी तत्परता दिखाते हुये, कावड़ श्रद्धालु को एंबुलेंस में शिफ्ट कर चिकित्सलाय में भर्ती कराया।
रंजीत (ईएमटी) ने रास्‍ते में ही टेलीफोन कॉल के माध्यम से, ईआरसीपी टीम (लखनऊ) की मदद से प्राथमिक उपचार देते हुए कावड़ यात्री(श्रद्धालु) को रास्‍ते में दर्द से दिलाई राहत। वही पायलट अनोज कुमार ने अपने कर्तव्य को पूरा निभाते हुए घायल को अस्पताल भर्ती कराया।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र उझानी पहुंचे तो डॉक्टर ने श्रद्धालु की जांच करने के बाद, ईएमटी एवं पायलट की समझदारी और कार्यकुशलता की सराहना।

प्रोग्राम मैनेजर राजन कुमार दी जानकारी

सेवा प्रदाता संस्‍था ईएमआरआई ग्रीन हेल्थ सर्विस के प्रोग्राम मैनेजर राजन कुमार ने बताया कि 108 एंबुलेंस के सभी कर्मचारी किसी भी इमरजेंसी परिस्थिति के लिए प्रशिक्षित हैं। उन्‍होंने यह भी बताया कि 108 एंबुलेंस सेवा पूरी तरह से नि:शुल्‍क है। कोई भी व्‍यक्ति 24 घंटे कभी भी सरकारी अस्‍पताल जाने के लिए 108 एंबुलेंस की मदद ले सकता है।