बदायूँ । बाल श्रम उन्मूलन, बाल तस्करी, बाल भिक्षावृत्ति एवं सड़क पर जीवन यापन करने वाले बच्चों के खिलाफ जनपद स्तर पर अभियान चलाया गया। अभियान के तहत नगर पंचायत वजीरगंज में बालश्रम रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। शुक्रवार को अभियान में थाना वजीरगंज क्षेत्र में मैकेनिक शॉप, होटल, रेस्टोरेन्ट,

ढाबों, किराना स्टोर, स्टील वर्क्स आदि पर छापामारी की गई । जिसमें बाल श्रमिकों को चिन्हित किया गया तथा बाल श्रम से अवमुक्त करते हुए उनके परिजनों को सुपुर्द करते हुये हिदायत की गयी तथा बच्चों से काम लेने वाले सेवायोजकों के विरूद्ध कार्रवाई की गई।
श्रम प्रवर्तन अधिकारी सतेंद्र कुमार मिश्र ने बताया कि खतरनाक प्रक्रिया के अंतर्गत दोषी पाए जाने वाले सेवायोजकों के विरूद्ध एक वर्ष तक की सजा या पचास हजार रूपए तक का जुर्माना या दोनों में सजा हो सकती है।, इसके अतिरिक्त सेवायोजक से प्रति बाल श्रमिक बीस हजार रूपये की वसूली चाइल्ड लेबर वेलफेयर फंड हेतु प्रथक से की जायेगी तथा यदि कोई माता पिता भी अपने बच्चों को व्यवसायिक कार्य में संलग्न करेगा तो उनके विरूद्ध भी दंडात्मक कार्रवाई अमल लाई जायेगी ।


प्रभारी मनोज कुमार वर्मा एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने कहा कि बच्चों को शिक्षा के प्रति उत्साहित करें जिससे उसको शिक्षा से जोड़कर समाज की मूलधारा में जोड़ा जा सके । बाल श्रम कानूनी रूप अपराध की श्रेणी में आता है । बच्चों से मजदूरी कराने पर उनके भविष्य पर बुरा असर पड़ता है । इस अभियान के दौरान महिला कल्याण विभाग से रवि कुमार बाल संरक्षण अधिकारी, चाइल्ड हेल्पलाइन से कमल शर्मा परियोजना समन्वयक, श्रम विभाग से वरिष्ठ लिपिक विचित्र सक्सेना, रूबेश, सुमित, गोपी दास व थाना एएचटी से हेड कांस्टेबल रामबाबू नागर, भी सक्रिय रूप से अभियान में मौजूद रहे।