गांव उड़ला जागीर को एनीमिया मुक्त बनाने की हुई पहल….

कल्याणी‘ कार्यक्रम के नाम से छेड़ी गई मुहिम

मण्डलायुक्त ने स्वयं आयरन की गोलियां महिलाओं को खिलाकर करी शुरूआत

उत्कृष्ट कार्य करने बालों को प्रशस्ति पत्र देकर किया गया सम्मानित…

जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने सभी लाभार्थियों को संबोधित करते हुये आयरन के फायदे के बारे में दी विस्तृत जानकारी….

मण्डलायुक्त सौम्या अग्रवाल ने आज जनपद बरेली के ब्लॉक बिथरी चैनपुर में राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज में ‘कल्याणी‘ (खुशी और लाभ युक्त एनीमिया निवारण इनिशिएटिव) कार्यक्रम का शुभारंभ किया। जिसमें मौके पर गर्भवती महिलाओं की हीमोग्लोबिन की जांच कराकर उन्हें आयरन की गोलियों का वितरण कर प्रत्येक गर्भवती महिलाओं को अपने सामने आयरन की गोली खिलवाई गयी।


मण्डलायुक्त ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी गर्भवती महिलाओं, सास माताओं किशोरियों एवं अन्य ग्रामीण को कार्यक्रम के प्रति प्रोत्साहित किया और कार्यक्रम के लाभ के बारे में जानकारी दी। उन्होंने सभी से अपेक्षित सहयोग की अपील भी की एवं कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु जिन लोगों उत्कृष्ट कार्य किया उनको प्रशस्ति पत्र देकर भी सम्मानित किया। तत्पश्चात मण्डलायुक्त ने उपस्थित लाभार्थियों में से पांच कल्याणी नायिका (किशोरियां) पांच कल्याणी नायिका (सास माताओं) का चयन किया, जिनका कार्य यह रहेगा कि वह घर-घर जाकर गर्भवती महिला एवं किशोरियों को आयरन की गोलियां खाने के लिए प्रोत्साहित करेंगी। उन्होंने कहा कि 100 दिन बाद फिर से एक आयोजन करेंगे और जिन लोगों ने इस दिशा में अच्छा कार्य किया होगा उसे सम्मानित किया जायेगा।


जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने सभी लाभार्थियों को संबोधित करते हुये आयरन के फायदे के बारे में बताया तथा उन्होंने लोगों को उड़ला जागीर को एनीमिया निवारण के लिए उदाहरण बनाने को कहा। उन्होंने लोगों को बताया कि आयरन व अन्य पोषक तत्वों के लिये हरी साग सब्जियां, दालें, दूध आदि का प्रयोग करें। यह ना सोचें की महंगे खाद्य पदार्थों में ही पोषक तत्व होते हैं।


कल्याणी कार्यक्रम के संबंध में डॉ दीक्षा जोशी (IAS), खंड विकास अधिकारी बिथरी चैनपुर के द्वारा विस्तारपूर्वक बताया गया कि कल्याणी कार्यक्रम शुभारंभ किए जाने का यह उद्देश्य है कि ब्लॉक में जितनी भी गर्भवती महिलाएं या किशोरियां हैं, उनकी खून की जांच कर, जो भी एनीमिया से ग्रसित है उनका चिन्हीकरण कर उन्हें आयरन की गोलियों का वितरण और उसको समय अनुसार खिलाना सुनिश्चित किया जाएगा ताकि वह महिला एवं किशोरी  एनीमिया से मुक्त हो पाए और मां और शिशु दोनों स्वस्थ रहें।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 विश्राम सिंह ने कार्यक्रम के आयोजन हेतु सभी का धन्यवाद दिया और सभी से एनीमिया मुक्त भारत के लक्ष्य की प्राप्ति के लिये कार्यक्रम में सहयोग करने को कहा।
कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी जग प्रवेश, यूनिसेफ से डीएमसी, चिकित्सा अधिकारी बिथरी चैनपुर, खण्ड शिक्षा अधिकारी, बीएमसी यूनिसेफ, पंचायत सेक्रेटरी, आशा, आंगनबाड़ी, कॉलेज की छात्राएं सहित सम्बंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।