राजकीय मेडिकल कॉलेज गेट पर भारतीय किसान यूनियन ने किया विशाल धरना प्रदर्शन

जिला अस्पताल से भी मेडिकल कॉलेज का बुरा हाल मरीजों को नही मिल रही सुविधाएं

सूत्रों की माने तो राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य के व्यवहार और दबाब के कारण अच्छे डाक्टर आने से पहले ट्रांसफर करा कर वहां से निकाल लेते हैं। यह भी है एक गंभीर एवं विचार करने वाला विषय है

बदायूँ । राजकीय मेडिकल कॉलेज पर भारतीय किसान यूनियन टिकैत ने विशाल धरना प्रदर्शन किया। धरने में भारी संख्या में किसानों की भीड़ जुटी रही। धरने को लेकर सीओ सिटी और भाकियू के मंडल उपाध्यक्ष चौधरी सौदान सिंह से आपस में फोन पर तीखी नोक झोंक हुई सीओ सिटी ने कहा कि मेडिकल कॉलेज की जगह मालवीय आवास गृह पर धरना कर लो किसान नेता ने वहां धरना करने से मना कर दिया सीओ सिटी की बातचीत असफल रही
और उग्र तेवर को देखते हुए उन्होंने फोन काट दिया।
भारतीय किसान यूनियन ने बुधवार को सुबह से ही हरी टोपीधारी लाठी डंडों से लैस होकर ट्रैक्टर ट्रालियों बैठकर भारी संख्या में राजकीय मेडिकल कॉलेज के सामने पंडाल लगाकर महापंचायत को शुरू कर दी।


मुख्यमंत्री को संबोधित राजकीय मेडिकल कॉलेज की व्यवस्था को लेकर 12 सूत्रीय ज्ञापन सदर तहसीलदार सुरेंद्र कुमार को सौंप दिया। भाकियू नेता भ्रष्टाचार को लेकर राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ एनसी प्रजापति से वार्ता करने पर अड़ गए भारतीय किसान यूनियन के मंडल प्रवक्ता राजेश कुमार सक्सेना व वरिष्ठ मंडल उपाध्यक्ष चौधरी सौदान सिंह ने कहा प्रशासन प्रधानाचार्य को धरना स्थल पर बुलाये अगर नही आते है तो धरना लगातार जारी रहेगा। प्रशासन के बड़ी मशक्कत बाद प्रधानाचार्य डॉ एनसी प्रजापति को धरना स्थल मजबूरन आना पड़ा जहां उनसे कॉलेज में

भ्रष्टाचार भारी गंदगी में पर्चा के सारे काउंटर ना चलना शौचालयों की सफाई व्यवस्था न होना दवाई व्यवस्था न होना हायर सेंटर ना चलना ट्रामा सेंटर ना चलना बाहर रेफर करने का विरोध जताया।राजकीय मेडिकल कॉलेज में बहुत सी आवश्यक जन सुविधा नहीं मिल रही है। जिसमें मुख्यता सीटी स्कैन ,एमआरआई, यूके हृदय रोग की मशीन नहीं है और ना ही इनको चलने वाले विशेषज्ञ

डॉक्टर तैनात है। प्रधानाचार्य ने यह स्वीकार किया है कॉलेज में सिर्फ 55 फ़ीसदी ही प्रोफेसर डॉक्टर हैं 45 फ़ीसदी की कमी चल रही है राजकीय मेडिकल कॉलेज की खामियों को उन्होंने स्वीकार किया भारतीय किसान यूनियन के मंडल प्रवक्ता राजेश कुमार सक्सेना व उग्र कार्यकर्ताओं में काफी आक्रोश था मंडल प्रवक्ता राजेश कुमार सक्सेना ने संबोधित करते हुए कहा उन्होंने कहा जनता के लिए चिकित्साएं सुविधा नहीं मिल रही हैं जनता के लिए राजकीय मेडिकल से निराशा हाथ लगी है उन्होंने कहा राजकीय मेडिकल कॉलेज हायर सेंटर के लिए रेफर नहीं कर सकता क्योंकि वह खुद में हायर सेंटर है फिर मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल में क्या फर्क है उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि पूरी तरीके से नाकाम साबित हो रहे हैं ना तो दवाइयां के अभाव को खत्म कर पा रहे हैं और ना ही राजकीय मेडिकल कॉलेज के लिए डॉक्टरों को उपलब्ध करा पा रहे है कोई भी राजनीतिक दल हो वह अपनी कुर्सी के लिए सियासत कर रहा है जनता की समस्याओं से उसका कोई लेना-देना नहीं है अगर यह नेता लोग इस के राजकीय मेडिकल कॉलेज के लिए सुविधा दिलाने में अक्षम साबित होते हैं तो हम लोग मुख्यमंत्री योगी के यहां धरना प्रदर्शन करेंगे राजकीय मेडिकल कॉलेज के लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों की उपलब्धता शीघ्र कराई जाएगी।


मंडल उपाध्यक्ष चौधरी सौदान सिंह ने कहा यह राजकीय मेडिकल कॉलेज किसानों को जीवनदायक साबित होना चाहिए यह तो मौत की घाट उतार रहा है इसमें निरंतर मौतें हो रही हैं इस समय डेंगू और वायरल बुखार का काफी प्रकोप चल रहा है दर्जनों लोग इलाज के अभाव में मौत के मुंह में जा रहे है लाचार गरीब मजदूर मजलूम किसानों को इलाज नहीं मिल पा रहा है इसलिए राजकीय मेडिकल कॉलेज पर विशाल धरना प्रदर्शन किया गया है।धरना प्रदर्शन में जिले के वरिष्ठ जिला

उपाध्यक्ष पंडित रामकुमार शर्मा ने कहा समय रहते राजकीय मेडिकल का सुधार नहीं हुआ तो हमने हथियार नहीं डाले हैं यह तो शुरुआत है।इस अवसर पर जिले के वरिष्ठ नेता श्याम पाल, आर्य कुमार, देवेंद्र सिंह, चेत सिंह यादव,श्रीराम यादव, भीमसेन राजपूत, शीशपाल सिंह राजपूत हरचरण लाल वर्मा कलल्न मियां, पप्पू सैफी, बृजपाल प्रजापति, सुरेश दीवान ,इरफान खान, अफजल बाबू सैफी, वीरेंद्र पाली, पूरन पाली, प्रकाश साहू, रिटायर एडीओ सुरेंद्र सक्सेना, रामबाबू सक्सेना, विशाल सक्सेना, सब्बन,असगर अबरार ,पप्पू कुशवाहा ,पप्पू मदर खान ,अजीत भीकम सिंह कुशवाहा,रमेश साहू से किसान नेता मौजूद रहे।