लंबित मामलों के संबंध में प्रेषित प्रत्यावेदन निस्तारित करने को जिला जज को भेजा स्मरण पत्र।
४ सितम्बर को आम सभा में तय होगी भावी रणनीति।
जिला सिविल बार एसोसिएशन बदायूँ द्वारा पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार दूसरे दिन भी अधिवक्ताओं ने सुबह दस बजे जजी के समस्त प्रवेश द्वारों में तालाबंदी कर दी तथा नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गए। परिणाम स्वरूप अनेक अधिकारी और कर्मचारी एवम वादकारी न्यायालय में प्रवेश से वंचित रह गए यहां तक कि जेल से आने वाले बंदी भी न्यायालय नहीं पहुंच सके । कामकाज पूरी तरह ठप रहा।
तत्पश्चात सिविल बार एसोसियेशन की आपात बैठक में आन्दोलन की समीक्षा के साथ ही दातागंज तहसील मुख्यालय पर मुंसिफ कोर्ट की स्थापना को लेकर उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय का आश्रय लेने के विकल्पों पर भी विचार विमर्श किया गया।
धरना प्रदर्शन में जिला सिविल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सुभाष चंद्र गुप्ता एडवोकेट, सचिव अरविंद पाराशरी एडवोकेट, हेमेंद्र रेंडर, राधा रमन गुप्ता, ब्रज पाल सिंह, अनुराग शर्मा, राजीव सक्सेना, विवेक रेंडर, सुनील सक्सेना, वेद प्रकाश साहू, रक्षित सरन, जफर
हुसैन, हरि प्रताप सिंह राठोड़, कौशलेंद्र मोहन शर्मा, सिशनेस सक्सेना, मधुकर शर्मा, रामेंद्र रेंडर, नितिन गुप्ता, सुधीर मिश्रा, संदीप सिंह, अनिल वर्मा, शब्बीर, मुशफ्फे अली, राघव पाठक, स्वाति गुप्ता आदि अधिवक्ताओं की सहभागिता रही।