शुद्ध स्वास छाया, फल देगें, वृक्ष हमें जीवन बल देगें।

तहसील आंवला के ग्राम कसूमरा में आयोजित हुआ वृक्षारोपण एवं बाग आवपन कार्यक्रम

मंडलायुक्त सौम्या अग्रवाल व जिलाधिकारी शिवाकान्त द्विवेदी की उपस्थिति में आज जनपद बरेली की तहसील आंवला के ग्राम कसूमरा में वृक्षारोपण एवं बाग आवपन कार्यक्रम का आयोजन किया गया।  
मंडलायुक्त ने इस अवसर पर समस्त कृषकों को संबोधित करते हुए कहा कि वृक्ष बाढ़ से बचाने, मिट्टी कटान रोकने, जल स्तर ऊँचा रखने, पर्यावरण संतुलित रखने जैसे महत्वपूर्ण चीजों के भी कारक हैं।

कमिश्नर ने कहा कि वृ़क्ष लगाना और संरक्षित करना दोनों ही आवश्यक है।मण्डलायुक्त ने कृषकों से अपील कि यहां से कृषकगण 150 से 200 पौधे लेकर जायें और वह पूरा बाग लगायें।पेड़ बहुत लाभदायक होते हैं यह हमारे और प्रकृति के बीच संतुलन बनाने का कार्य करते हैं। उन्होंने समस्त कृषकों से कहा कि यहां पर आपको जो पौधे दिये जा रहे हैं उनका रोपण करें उनकी देखभाल भी उसी प्रकार करें जिस प्रकार आप अपने बच्चों की करते हैं। उन्होंने कहा कि वृक्ष हमारी धरोहर है जिसे अधिक से अधिक मात्रा में सभी कृषक भाई लगायें तथा मेंथा की खेती भी अधिक से अधिक करें क्योंकि मेंथा जल स्तर को ऊंचा रखती है।


जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि वृक्ष के महत्व को आज हर व्यक्ति जानता है वृक्ष हमारे जीवन में बहुत ही उपयोगी हैं। इनसे हमें फल, फूल, लकड़ी व छाया प्राप्त होती है। उन्होंने कहा कि पेड़ों का लगातार बचाव करें तथा आगे आने वाली पीढ़ी को भी वृक्षों के महत्व के विषय में जानकारी दें। उन्होंने कहा कि हमारी भारतीय संस्कृति में वृक्ष को पुत्र के सामान माना जाता है। वृक्षों का संरक्षण करना हमारा दायित्व ही नहीं बल्कि प्रथम कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि आज हम सभी प्रतिज्ञा करें कि अपने पूर्वजों के नाम पर पौधा अवश्य लगायेगे। उन्होंने कहा कि हम सभी पौधों का संरक्षण इस प्रकार करें जिससे आने वाली पीढ़ी को उसका लाभ मिल सके।


उक्त के पश्चात मंडलायुक्त व जिलाधिकारी ने कृषकों को टार्च, वाटर कूलर, प्रशस्ति पत्र व पौधे वितरित किये। जिसे पाकर कृषकों के चेहरे खिल उठे। इसके पश्चात मण्डलायुक्त व जिलाधिकारी द्वारा ग्राम कसूमरा में पौधारोपण भी किया गया

इस अवसर पर उप जिलाधिकारी आंवला गोविन्द मौर्य, तहसीलदार सहित कार्यक्रम के आयोजक व उनके परिवार के प्रतिनिधिगण व बड़ी संख्या में कृषक उपस्थित रहे।