होटल व रेस्टोरेंट, ठेले वाले सभी मानकों का रखे ध्यान

बदायूँ।खाद्य पदार्थों में मिलावट को लेकर सख्त हुए डीएम मनोज कुमार ने बुधवार को अटल बिहारी वाजपेयी कलेक्ट्रेट सभागार में खाद्य एवं औषधि प्रशासन स्टेरिंग कमेटी के साथ बैठक किया गया। इसमें उन्होंने मिलावटखोरों के विरूद्घ कड़ी कार्रवाई करने का स्पष्ट निर्देष जारी किया। खाद्य सुरक्षा विभाग की जिला स्तरीय स्टीयरिंग कमेटी की बैठक अध्यक्षता करते हुए ने कहा कि खाद्य सुरक्षा की सभी की जिम्मेदारी है। उत्पादन से उपभोक्ता तक व खेत से टेबल तक जो भी खाद्य सामग्री उपयोग में लाई जा रही है, वह शुद्ध व पौष्टिक हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि हवा, पानी के बाद भोजन प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में महत्वपूर्ण जरूरत है। इस अवसर पर विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस भी मनाया गया जिसमें ईट राइट केंपस संचालित करने वाले विभागों को सम्मानित किया गया।

डीएम मनोज कुमार ने कहा कि खाद्य सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण विषय है। उन्होंने कहा कि दूषित वस्तु का उपभोग करने पर स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ता है और खाद्य सुरक्षा व्यक्ति के स्वास्थ्य और भविष्य को प्रभावित करती है। उन्होंने बताया कि संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा 2018 में विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस मनाने पर की घोषणा की गई तथा 2019 से प्रत्येक वर्ष 7 जून को विश्व का सुरक्षा दिवस मनाया जा रहा है। विश्व स्तर पर विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस का आयोजन सुरक्षित भोजन सुनिश्चित करने हेतु प्रतिवर्ष मनाया जाता है। इस वर्ष सुरक्षित भोजन हेतु खाद्य मानक जीवन बचाते हैं, का थींम दिया गया है।
डीएम ने बताया कि जनपद में पूर्व में सफलतापूर्वक ईट राइट मेले का आयोजन किया गया, जिसमें खाद सुरक्षा से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर कार्य किया गया। उन्होंने कहा कि खाद्य पदार्थ की गुणवत्ता व पौष्टिकता बरकरार रहे। इस पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा कि फूड प्वाइजनिंग शरीर को प्रभावित करती है व बेहद नुकसानदायक होती है।

डीएम ने कहा खाद्य सुरक्षा के प्रति सकारात्मक अभिप्रेरण व जागरूकता आवश्यक है इसलिए आमजन को इस हेतु जागरूक करें व प्रवर्तन की कार्रवाई भी जारी रखें। उन्होंने कहा कि कि ठेले वाले, होटल व रेस्टोरेंट वाले सभी मानकों का पालन करें तथा सही व शुद्ध खाद्य सामग्री का उपयोग करें यह उनके व समाज के लिए हितकारी होगा।

उन्होंने कहां की खाने की बर्बादी ना हो, जरूरतमंद तक खाना पहुंचे इस पर कार्य किया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि कुछ सामाजिक संस्थाएं भी इस हेतु प्रयासरत हैं। उन्होंने कहा कि खाद्य सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं पर पूरे प्रदेश को एक संदेश देने वाला जनपद बने इस हेतु कार्य व प्रयास करें।

डीएम ने कहा की भोग (ब्लिसफुल हाइजेनिक ऑफरिंग टू गॉड) का जनपद में संचालन कराया जाए। इसके लिए कार्य योजना भी तैयार की जाए। उन्होंने कहा कि क्लीन स्ट्रीट फूड हब को बढ़ावा दिया जाए तथा इसको विकसित करने के लिए कार्ययोजना भी तैयार की जाए।
उन्होंने निर्देशित किया कि खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग खाद्य एवं रसद विभाग अपने-अपने कोटेदारों का, आबकारी विभाग देशी/विदेशी मदिरा की दुकानों, उद्यान विभाग कोल्ड स्टोरेज, मण्डी समिति द्वारा आढ़तियों एवं फल सब्जी की दुकानों का लाइसेन्स/पंजीकरण अवश्य करा लें।

एडीएम प्रशासन वीके सिंह ने कहा कि खाद्य पदार्थ के निर्माण के दौरान किसी भी स्तर पर कोई कमी रह जाती है उससे उपभोक्ता प्रभावित होता है। इसलिए खेत से टेबल तक प्रत्येक स्तर पर सावधानियां बरतनी चाहिए। सही रसायन व खाद्य का प्रयोग करना चाहिए उत्पादन उपरांत खाद्य पदार्थ बनाते समय शुद्ध खाद्य सामग्रियों का इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
उन्होंने बताया कि असुरक्षित भोजन करने से प्रतिवर्ष विश्व में चार लाख बीस हजार से अधिक मृत्यु हो रही है। 600 से अधिक बीमारियां संदूषित भोजन के कारण हो रही है। दूषित भोजन के कारण पॉच वर्ष के कम उम्र के बच्चों पर विपरीत प्रभाव पड़ता है।
उन्होंने कहा कि सही खाद्य, सही प्रोसेसिंग, सही पैकेजिंग, सही वितरण से सही खाद्य पदार्थ उपलब्ध होगा। उन्होंने कहा कि किसी प्रकार की मिलावट नुकसानदायक होती है और मिलावट करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा विभाग चंद्रशेखर मिश्र ने बताया कि भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण, नई दिल्ली द्वारा जनपद में ईट राइट इनीशिएटिव के अंतर्गत हाइजीन रेटिंग एंड राइट प्लेस टू ईट का जनपद में संचालन कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि क्लीन स्ट्रीट फूड हब भी जनपद में विकसित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि मिस ब्रांडिंग के लिए निर्माता कंपनी जिम्मेदार होगी।

उन्होंने बताया कि विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में जिलाधिकारी द्वारा एफएसएसएआई नई दिल्ली संस्थान द्वारा किए गए ऑडिट के उपरांत ईट राइट कैंपस के लिए जिला अस्पताल पुरुष व महिला, जेल, व पुलिस लाइन को प्रमाण पत्र दिए गए। प्रमाण पत्र क्रमशः मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जेल अधीक्षक व सीओ सिटी द्वारा प्राप्त किए गए।

इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रदीप वार्ष्णेय, नगर मजिस्ट्रेट बृजेश कुमार सिंह सहित समिति के अन्य सदस्य, होटल व रेस्टोरेंट के स्वामी आदि उपस्थित रहे।