बदायूँ। 6अप्रैल को भारतीय किसान यूनियन (टिकेत) मंडल के प्रवक्ता के नेतृत्व में चारों जिले के कई दर्जन पदाधिकारी कार्यकर्ता आज दिन गुरुवार को बरेली पहुंचे जहां दामोदर पार्क में एकत्र होने के बाद उन्होंने आयुक्त महोदय की अनुपस्थिति के बाद स्टेनो को ज्ञापन दिया ।जहां ज्ञापन के माध्यम से से अवगत कराया कि बिसौली तहसील के भ्रष्टाचार के प्रति उदासीन बदायूँ जिला प्रशासन द्वारा अभी तक भ्रष्टाचारी एसडीएम व तहसीलदार के खिलाफ कोई कारगर कदम नहीं उठाया जा रहा है। 96 बीघा निजी तालाब बिसौली तहसील के वगरैन गांव में 36 गरीब किसानों के ऊपर कब्जा भू माफियाओं द्वारा मुक्त ना कराने से आक्रोशित भारतीय किसान यूनियन ने आयुक्त महोदय के यहां 12 अप्रैल से बरेली दामोदर पार्क में भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता धरने पर बैठेंगे अल्टीमेटम में मंडल प्रवक्ता राजेश कुमार सक्सेना ने देते हुए बताया।अगर 12 तारीख तक 96 बीघा कब्जा मुक्त निजी तालाब के लिए नहीं कराया गया तो बड़ा आंदोलन होगा।इस अवसर पर बरेली से प्रदेश सचिव चौधरी जगतपाल सिंह ने कहा है।कि बदायूं में तालाबों का भ्रष्टाचार व्यापक पैमाने पर है।बिसौली तहसील मैं भ्रष्टाचार बहुत बड़ा हुआ है।कई अन्य तालाब भी नियम विरुद्ध राजस्व संहिता की धज्जियां उड़ाते हुए मनमाने तरीके से भू माफियाओं के हवाले किए गए हैं। बगरैन शासकीय तालाब 154 बीघा नियम विरुद्ध लिया गया है।
जिसमें तहसील प्रशासन के सहयोग से मत्स्य पालन हो रहा है। जिससे लाखों रुपए की हर माह आय होती है। शासनादेश की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।कई महीनों से धरना प्रदर्शन होते चले आ रहे हैं।जिला प्रशासन झूठा आश्वासन देकर कार्यकर्ताओं के साथ क्रूर मजाक कर रहा है। आखिर भू माफियाओं पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है।मंडल प्रवक्ता राजेश कुमार सक्सेना ने बताया कि सिटी मजिस्ट्रेट के कारगर कदम से पैमाइश टीम बन गई है। लेकिन शासकीय तालाब से निजी तालाब अलग नहीं किया गया है।जब तक भू माफियाओं से 96 बीघा तालाब बुक नहीं करा लिया जाता व 154 बीघा शासकीय तालाब पर नियम विरुद्ध पट्टा जिला अधिकारी बदायूँ के न्यायालय से निरस्त नहीं हो जाता तब तक धरना प्रदर्शन खत्म नहीं होगा।आज कई दर्जन लोग यहां मौजूद रहे। जिसमें कमल कश्यप, सरवन कश्यप ,ओमवीर सिंह ,तेजपाल सिंह, ज्ञान प्रताप सिंह, तेजेंद्र प्रताप सिंह ,अखिल, मोहन, रामलाल, पप्पू सैफी ,आरिफ गाजी ,साबिर हुसैन ,सुरेश, दीवान ,गंगाराम, वीरेंद्र पाली, उमाशंकर सागर, बृजपाल सिंह ,और कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।