बदायूँ।राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में टीबी मुक्त पंचायत कार्यक्रम की शुरुआत की है जिसे निर्णायक कदम कहा जा सकता है जिससे जल्दी हमें पोलियो की तरह टीबी से भी निजात मिल सकेगी। वन वर्ल्ड टीबी शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने कहा कि इस लड़ाई में विश्व स्वास्थ्य संगठन के अलावा नया मॉडल बनाने वाला भारत दुनिया का इकलौता देश है।हम विश्वास से कह सकते हैं की टीबी हारेगा भारत जीतेगा उन्होंने टीबी मुक्त पंचायत अभियान एवम टीबी निवारक उपचार और परिवार केंद्र देखभाल मॉडल की शुरुआत की प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने 1 अर्थ वाले विजन को आगे बढ़ाने की पहल की है। हमने 2025 तक देश को टीबी मुक्त भारत का संकल्प देशवासियों के लिए दिया है।इसी क्रम में जनपद में शुक्रवार को विश्व टीबी दिवस मनाया गया।इस अवसर पर सभी स्वास्थ्य केंद्रों और उप केंद्रों पर टीबी के बारे में लोगों को जागरूक किया गया मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रदीप वाष्णेय ने कहा कि 2025 तक जनपद सहित पूरे देश से क्षय रोग समाप्त करने का लक्ष्य निर्धारित है।अब हमारा प्रयास क्षय रोग मुक्त ग्राम पंचायतें बनाना है। विश्व टीबी दिवस मनाने का उद्देश्य यही है कि टीबी का जीवाणु खाँसने और छींकने के माध्यम से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में प्रवेश कर जाते हैं। इसे नजर अंदाज करने की भूल ना करें ज़िला क्षय रोग अधिकारी डॉ विनेश कुमार ने बताया कि इस साल विश्व क्षय रोग दिवस की थीम है “हां हम टीबी खत्म कर सकते हैं” यह थीम तभी सार्थक होगी जब इस रोग की समाप्ति के लिए समाज का प्रत्येक व्यक्ति सहयोग करें उन्होंने बताया कि हर माह की 15 तारीख को एक ही दिन नि:क्षय दिवस मनाया जा रहा है। इस दिवस पर तत्काल जांच और तत्काल इलाज शुरू करने की व्यवस्था है। ज़िला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में ज़िला क्षय रोग केंद्र एवं 36 टीबी यूनिट डीएमसी केंद्रों पर टीबी की जांच की सेवा निशुल्क उपलब्ध है।