जबकि शासनादेश है कि मंडी परिसर में नहीं बिकेंगे मांस मछली एवं मदिरा लेकिन मंडी समिति सचिव द्वारा गेट के बाहर ₹20000 की धनराशि प्रति माह पर बैठा दिया है मछली के थोक व्यापारी को जिससे वहां नियमों की उड़ रही है धज्जियां।
मंडी समिति द्वारा मंडी परिसर के बाहर दीवार के सहारे लगवा दिए हैं अस्थाई खोखे एवं दुकाने है।
सहसवान। मंडी समिति सहसवान के मेन गेट पर प्रतिमाह अवैध धन उगाई के लिए लगवा दी गई है कई अवैध दुकानें जिन से होती है प्रतिमाह 70 से 80 हजार रुपए तक की वसूली जिसके रूपए राजस्व मे जमा न होकर करते हैं मंडी समिति वाले वसूल और कर लेते हैं अपनी जेबे गरम नहीं है अधिकारियों को इसकी जानकारी मजेदार बात यह है यह अस्थाई दुकानदारों पर मंडी समिति के अधिकारी कर्मचारी इतने मेहरबान है कि उन्होंने उन्हें बिजली डिश की सप्लाई भी दे रखी है जिसके रुपए भी मंडी समिति के कर्मचारी उगाते हैं एक तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के स्पष्ट आदेश हैं किसी भी जगह पटरी पर फड़ आदि तक नहीं लगेंगे लेकिन यहां का नजारा तो कुछ और ही बयां कर रहा है नगर के लोगों ने जिलाधिकारी बदायूं से गुहार लगाई है कि यहां के अस्थाई निर्माण को ध्वस्त कराया जाए।
रिपोर्टर – सौरभ गुप्ता