व्यवस्था सुधार मिशन के अन्तर्गत प्रतिमाह द्वितीय और चतुर्थ शनिवार को दिया जाता है प्रशिक्षण।

विधानसभा चुनाव में सूचना कार्यकर्ताओं की रहेगी महत्वपूर्ण भूमिका।

भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान के तत्वावधान में माह के द्वितीय व चतुर्थ शनिवार को आयोजित होने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रमों की श्रृंखला में गूगल मीट ऐप के माध्यम से केंद्रीय कार्यालय प्रभारी रामगोपाल के संयोजन में ऑनलाइन सूचना कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण शिविर में भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान के मुख्य प्रवर्तक व व्यवस्था सुधार मिशन के जनक हरि प्रताप सिंह राठोड एडवोकेट द्वारा प्रशिक्षणार्थियों को सूचना के कानून की बारीकियां बताने के साथ ही लोकहित में प्रयोग के तरीक़े भी बताए गए। सआज के सत्र में सुचना कार्यकर्ताओं की व्यावहारिक कठिनाईयो का भी निवारण किया गया। इस अवसर पर भ्रष्टाचार मुक्ति अभियान के मुख्य प्रवर्तक हरि प्रताप सिंह राठोड़ एडवोकेट ने कहा कि नागरिक इस देश के वास्तविक स्वामी हैं। उन्हें व्यवस्था का ज्ञान होना अत्यंत आवश्यक हैं। प्रशिक्षण कार्यक्रमों से नागरिकों को दायित्व बोध कराकर उनमें निगरानी की प्रवृत्ति विकसित करने हेतु निरंतर प्रशिक्षण के कार्यक्रम आयोजित कर उन्हे सुचना का अधिकार, जनहित गारंटी कानून, पंचायत राज वयवस्था के साथ ही जनोपयोगी एप और पोर्टल व हेल्पलाइन के प्रयोग के प्रति जागरुक करने का कार्य किया जा रहा है। प्रशिक्षण कार्यक्रमों का व्यापक प्रभाव भी दिखाई दिया है। नागरिकों के अज्ञान का लाभ उठाकर ही लोकसेवक/ राजकीय सेवक राजा जैसा आचरण कर रहे हैं। सभी प्रशिक्षित कार्यकर्ता अन्य नागरिकों को भी इस प्रशिक्षण कार्यक्रम से जोड़े ताकि व्यवस्था परिवर्तन हो सके। प्रशिक्षित सूचना कार्यकर्ता ही व्यवस्था सुधार मिशन का हिस्सा बन सकेंगे। अधिकारीगण नागरिकों से संवाद नहीं करना चाहते हैं, सी यू जी नम्बर पर नागरिकों से बात नहीं करते, बड़े अधिकारी जनता से मिलने हेतु अपने अधीनस्थ को कार्यालय में बैठा देते हैं। सूचना कार्यकर्ताओं का दायित्व है कि वे सूचना के अधिकार का प्रयोग करके निष्क्रिय होती जा रही व्यवस्था को सक्रिय बनाने का कार्य करें। विधानसभा चुनाव में सूचना कार्यकर्ताओं की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी।

प्रशिक्षण शिविर में प्रमुख रूप से डाल भगवान सिंह, एम एल गुप्ता, रामगोपाल माहेश्वरी, डॉ सुशील कुमार सिंह, अखिलेश सिंह, सतेंद्र सिंह, एम एच कादरी, आर्येंद्र पाल सिंह, महेश चंद्र, नारद सिंह, अजयपाल, धीरेन्द्र सिंह,राम लखन, अमीरुद्दीन, असद अहमद आदि की सहभागिता रही।