कुंवर गांव । उच्च अधिकारी क्रय केंद्रों पर धान खरीद के कितने भी दावे करें लेकिन मौके पर कुछ और ही है शासन ने किसानों का मोटा धान खरीदने के लिए एक अक्टूबर से क्रय केंद्र चालू करने के निर्देश दे दिए थे जहां अक्टूबर का पूरा महीना बीत जाने के बाद भी क्रय केंद्रों पर धान की खरीद नहीं हुई है ।किसान मजबूर होकर बिचौलियों के हाथ अपना धान बेच रहा है जहां उसे उसके मुताबिक धान का मूल्य भी नहीं मिल पा रहा है ।दूसरी तरफ किसान बारिश होने के कारण भी पस्त हो गया क्योंकि उसकी धान की फसल पानी में सड़कर नष्ट हो गई ।अब किसान को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है । कुंवर गांव क्षेत्र में किसान उत्पादन एवं विपणन सहकारी समिति लिमिटेड के तीन धान के क्रय केंद्र खोले गए हैं ।
जहां एक कस्बा कुंवर गांव में साघन सहकारी समिति , और एक यू.पी.एस.एस.किसान उत्पादन एवं विवरण सहकारी समिति लिमिटेड गंज सिगोई विकास खण्ड सलारपुर के नाम गंज पेट्रोल पंप के पास और तीसरा बनगढ़ साघन सहकारी समिति जो कि सिगोई पर स्थित है जहां एक भी दाने की खरीद नहीं हुई है । तीनों धान क्रय केंद्रों पर एक माह बीत जाने के बाद भी धान खरीद शून्य है । जहां सरकार ने मोटे धान का कामन समर्थन मूल्य 1940व 1960 रखा है उधर दीपावली त्यौहार नजदीक होने के कारण किसानों के जेबों पर बिचौलिया डांका डाल रहे हैं। और क्रय केंद्र प्रभारी मशीनें खराब करने का दावा कर रहे हैं कि मशीनें खराब है इस बजह से खरीद नहीं हो पाई है हम आफिसों के चक्कर काट रहे हैं । उधर किसान अपना धान बाजार में 1000-1200-1300 में बेचने को मजबूर हैं जहां किसानों की दीपावली अबकी बार फीकी होने की उम्मीद है ।
रिपोर्टर- तेजेन्द्र