रिपोटर – शिव प्रताप सिंह
कादरचौक। यह एक निर्विवाद सत्य है कि समाज और राष्ट्र के निर्माण में अध्यापक का स्थान अत्यंत ही महत्वपूर्ण है। राष्ट्र का सच्चा और वास्तविक निर्माता अध्यापक ही माना जाता है। जिस प्रकार पौधे को वृक्ष रुप में परिवर्तित करने के लिए अथक परिश्रम द्वारा उसकी देखभाल की जाती है ठीक उसी प्रकार विद्यालय रुपी उपवन में विकसित होने वाले शिशु रुपी पौधों का सर्वांगीण विकास अध्यापक द्वारा किया जाता है।वह अपने विद्यार्थियों को शिक्षित और ज्ञानवान बनाकर ज्ञान की एक
ऐसी अखंड ज्योति जला देता है जो देश और समाज के अंधकार को दूर कर सत्य और न्याय का प्रकाश फैलाती है। एक ऐसा ही उदाहरण कादरचौक विकास क्षेत्र के पूर्व माध्यमिक विद्यालय गंगपुर पुख्ता के शिक्षक प्रवीण कुमार प्रस्तुत कर रहे हैं। विद्यालय में अध्ययनरत छात्र/छात्राओं को राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत करने के लिये शिक्षक द्वारा प्रार्थना सभा मे विभिन्न व्याख्यानो के द्वारा सतत प्रयास किया गया है। इसके अतिरिक्त ग्रामवासियों के साथ समय-समय पर चौपाल चर्चा का भी आयोजन किया गया। शिक्षक प्रवीण का मानना है कि विद्यार्थी राष्ट्र के भावी कर्णधार हैं और इनका नैतिक, मानसिक तथा शारीरिक विकास अध्यापक के ऊपर ही निर्भर है। पारिवारिक, सामाजिक और राष्ट्रीय जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में योग्य, परिश्रमी तथा ईमानदार व्यक्ति की ही आवश्यकता होती है। ऐसे योग्य व्यक्ति को शिक्षित बनाने और पूर्णरुपेण तैयार करने का कार्य अध्यापक ही करता है।
माता-पिता तो केवल शरीर सरंचना ही करते हैं परंतु आचार्य, ज्ञान और सदाचार की शिक्षा देकर मानव को जो दिव्य ज्योति देता है,वह सबसे महत्वपूर्ण है।शिक्षक प्रवीण कुमार के प्रयासों से बच्चों में देशप्रेम की भावना जागृत हो रही है।इसका प्रत्यक्ष उदाहरण तब देखने को मिला जब पंचायती चुनाव के अवसर पर विद्यालय के बच्चों ने शत प्रतिशत मतदान के लिये लोगों को प्रेरित किया।इसके परिणामस्वरूप ही गांव में इस बार रिकार्ड 80 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था।शिक्षक प्रवीण कुमार बताते हैं कि उन्होंने बच्चों के मध्य राष्ट्रभक्ति आधारित प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता,भाषण प्रतियोगिता का भी समय समय पर आयोजन किया है।वर्तमान में ई पाठशाला के माध्यम से भी शिक्षक द्वारा ऐसे प्रयत्न लगातार जारी हैं।