भारतीय नारी अंतर्निहित गुणों की खान
सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति पर मातृशक्ति मंत्रमुग्ध
बदायूं।मीरा चौकी स्थित श्री राम सरस्वती शिशु विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में शनिवार को विद्या भारती द्वारा देशभर में सप्त शक्ति संगम कार्य योजना के अंतर्गत सप्त शक्ति संगम कार्यक्रम संपन्न हुआ। जिसमें कक्षा पीजी से पंचम तक की मातृशक्ति को बुलाया गया।कार्यक्रम का शुभारंभ विद्या की अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती के समक्ष मुख्य वक्ता डॉ. उमा सिंह गौर एवं अध्यक्षा गीता रानी, कार्यक्रम संयोजिका रुचि माहेश्वरी ने दीप प्रज्वलन कर किया।

विद्यालय की बालिकाओं ने सुंदर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर आगंतुक मातृशक्ति का मन मोह लिया।
मुख्य वक्ता डॉक्टर उमा सिंह गौर ने कहा- भारतीय नारी मात्र एक व्यक्ति नहीं, अपितु एक संपूर्ण चेतना है जो परिवार की आधार शिला, समाज की प्रेरणा, राष्ट्र की आत्मा है. भारतीय संस्कृति में नारी को शक्ति, करुणा, ममता, समर्पण की पथ- प्रदर्शिका के साथ माता,पत्नी, बहन,बेटी के रूप में विभिन्न भूमिकाओं में क्रमशः प्रेरणा स्वरूप, विश्वासपात्र, आशा की किरण बनकर जीवन के प्रत्येक चरण में कर्तव्य का अद्भुत समन्वय प्रस्तुत करती है।
अध्यक्षा गीता रानी ने कहा- भारतीय महिला अंतर्निहित गुणों की खान है. उसकी सहनशक्ति, धैर्य, करुणा, निस्वार्थ सेवा भावना और सहज बुद्धिमत्ता ऐसे गुण है जो संकट के समय प्रकट होते हैं तथा वह परिवार, समाज और राष्ट्र को ही नहीं सारे विश्व की मानवता को दिशा देती है। कार्यक्रम संयोजिका रुचि माहेश्वरी ने अतिथि महानुभावों एवं मातृशक्ति का धन्यवाद आभार व्यक्त किया कार्यक्रम का संचालन दीक्षा गोस्वामी ने किया।
इस अवसर पर शिशु शिक्षा समिति ब्रज प्रांत के प्रांत प्रचार प्रमुख राजकुमार सिंह सेंगर, श्रुति वैश्य, वर्षा यादव, प्रीति पुंडीर, कंचन राठौर, आकाशी, नेहा राठौर, पूजा शर्मा, वर्षा राठौर सहित समस्त मातृशक्ति एवं आचार्य परिवार उपस्थित रहा।
