बदायूं। भारतीय किसान यूनियन असली गैर राजनीतिक ने थाना उसहैत मे हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर एवं थाने के कार्यकलापों में राजनेताओं के हस्तक्षेप को लेकर थाने का घेराव किया। जिलाध्यक्ष केपीएस राठौर ने संचालन किया और अध्यक्षता पूनम गुप्ता ने की जिसमें भूरे चरण सिंह शेर सिंह पुत्र रामपाल निवासी पाठक नगला एवं राम विलास पुत्र महाराम यह बाहर के रहने वाले हैं

वर्तमान में पाठक नगला में रह रहे हैं यह सभी बदमाश प्रकृति के लोग हैं गांव में एक मंदिर है जो किसी दूसरे व्यक्ति ने बनवाया था रामविलास पुत्र महाराम ने अवैध कब्जा कर रखा है वहीं पर रह रहा है गांव के ही

शिवपाल यादव पुत्र शिवलाल ग्राम पाठक नगला इनके साथ यह सभी लोग आए दिन मारपीट गाली गलौज करते हैं। कई बार अवैध असलाह लेकर शिवपाल के घर में घुसकर मारपीट की थी जिसकी शिकायत कई बार थाना प्रभारी उसहैत से की गई है लेकिन राजनेताओं के दबाव से उल्टी शिवपाल यादव पर ही कार्रवाई पुलिस

कर देती है और जो दबंग लोग हैं वह राजनेताओं की सह से बच जाते हैं और यह लोग आए दिन छोटी-छोटी वारदात करते रहते हैं लेकिन पुलिस कार्रवाई उन गुंडों पर नहीं करती है और शिवपाल यादव पर उल्टी कार्रवाई कर देते हैं इसके परिवार के साथ मारपीट की कई बार वारदात हुई लेकिन राजनीति के चलते उन लोगों पर

तहरीर दी गई। लेकिन फाइनल रिपोर्ट लगा दी जाती है और यह लोग छूट जाते हैं थाने के अंदर दलाल और माफिया कुर्सी पर बिठाय जाते हैं और पीड़ित न्याय की गुहार लगता रहता है खड़े-खड़े और उसे न्याय नहीं मिल पाता कस्बा के अंदर पुलिस पैसा लेकर जुआ सट्टा का कार्य करवा रही है एवं गरीब रेडी वालों से पुलिस द्वारा

अवैध उगाई की जाती है। कस्बा की पुलिस और खनन माफिया की मिलीभगत से खनन का काम जोरों पर है लेकिन खनन अधिकारी सूचना मिलते ही भाग जाते हैं। कार्रवाई नहीं होती आरा मशीन पुलिस की मिलीभगत से रात के अंधेरे में हरे भरे आम नीम शीशम के पेड़ कटवाए जाते हैं। जिससे पुलिस को मोटी रकम प्राप्त होती है

कस्बे की पुलिस द्वारा निर्दोष और भोले भाले व्यक्तियों पर झूठे मुकदमे शराब लगाकर अवैध हथियार लगाकर जेल भिजवा दिए जाते हैं। और दोषी व्यक्ति पैसा देकर छूट जाता है उसहैत थाना प्रभारी द्वारा गरीब जनता के साथ बातचीत करने का तरीका गलत है और थाने में

पड़ी कुर्सियों पर माफियाओं दलालों को बिठाया जाता है। वह फरियादी जमीन पर बैठकर अपनी फरियाद सुनाते हैं। सभी समस्याओं का निदान 10 दिनों के अंदर होना चाहिए नहीं तो संगठन थाने पर सभी तहसील अध्यक्ष ब्लॉक अध्यक्ष की कार्यकारिणी पदाधिकारी और किसानों को इकट्ठा करके उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा। जिस आंदोलन के दौरान किसी भी तरह की

कोई घटना घटित होती है तो इसकी पूर्ण जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।इस मौक पर हरीश पटेल, राजेश पटेल, पप्पू मौर्य ,सूरजपाल सिंह,अशोक कुमार, जसवीर यादव, हवलेश गुप्ता, हरबंस पटेल,मोहम्मद तारिक,सायरा बी ,इसराइल मेंबर, पूनम गुप्ता, सर्वेंद्र यादव, कलेक्टर सिंह, रजत ,प्रदीप कुमार, अश्वनी शर्मा,कमल गुप्ता, शिवपाल यादव, कल्लू बाल्मीकि आदि उपस्थित रहे।