भिवाड़ी की सबसे पॉश और हाई सिक्योरिटी सोसाइटी मानी जाने वाली कॉसमॉस सोसाइटी इन दिनों सवालों के घेरे में है। दावा किया जाता है कि यहां सुरक्षा के लिए 24×7 गार्ड, कंट्रोल रूम, हाईटेक सीसीटीवी कैमरे और बूम बैरियर सिस्टम मौजूद हैं, लेकिन इसके बावजूद विला MG-37 में रहने वाले डॉक्टर रवि के घर में चोरी की वारदात ने पूरे सिस्टम की पोल खोल दी।

सीसीटीवी फुटेज में दो संदिग्ध चोर कैद हुए हैं, जो यह साबित करता है कि चोरी हुई है। अब बड़ा सवाल यह है कि जब कैमरों में सबकुछ दिख रहा था तो गार्ड्स और सिक्योरिटी स्टाफ सो रहे थे या फिर इस पूरे खेल में मिलीभगत का एंगल भी हो सकता है? हाई सिक्योरिटी टैग के बावजूद चोरी होना सीधे-सीधे सुरक्षा इंतजामों की नाकामी है।

मौके पर भिवाड़ी मोड़ चौकी इंचार्ज नरेश कुमार यादव पहुंचे और मौका मुआयना किया। उन्होंने जांच शुरू कर दी है, लेकिन पीड़ित की तरफ से अब तक कोई लिखित शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है।

सोसाइटी के रहवासी भी अब डरे और खफा हैं। उनका कहना है कि हर महीने लाखों रुपये सिक्योरिटी के नाम पर लिए जाते हैं, लेकिन नतीजा शून्य है। यह घटना सिर्फ एक घर तक सीमित नहीं, बल्कि पूरे सिस्टम की लापरवाही का नमूना है।

कॉसमॉस सोसाइटी में चोरी ने दिखा दिया कि हाई-फाई सिक्योरिटी महज एक दिखावा है।
