23 साल बाद फुटबॉल के मैदान पर ताजा हो गईं सुनहरी यादें, वही जज़्बा और जुनून, जब मिले इंटरनेशनल फुटबालर और एडीजी रमित शर्मा

बरेली में फिर गूंजा वही जोश, वही तालियां…एडीजी और इंटरनेशनल फुटबालर जग्गी ने खिलाड़ियों से साझा किये अतीत के रोमांचक पल

बरेली पीएसी का वह ऐतिहासिक मैदान जब 2002 में एडीजी की अगुवाई में बनारस की फुटबाल टीम ने कानपुर से जीता था फाइनल मैच

बरेली पुलिस लाइन में आयोजित 73वीं उत्तर प्रदेश पुलिस वार्षिक फुटबाल प्रतियोगिता के समापन अवसर पर पहुंचे फुटबाल ब्रांड अंबेसडर

बरेली, 25 जुलाई।
खेल की दुनिया में कुछ लम्हें सिर्फ मैदान पर नहीं, दिलों में भी रच बस जाते हैं। ऐसा ही एक भावनात्मक रोमांचक क्षण उस वक्त फिर जीवंत हो उठा, जब 23 वर्ष पहले की ऐतिहासिक जीत की यादें बरेली में ताजा हुईं। वर्ष 2002 में हुए अंतर्जनपदीय पुलिस फुटबॉल प्रतियोगिता के उस स्वर्णिम पल को आज भी उत्तर प्रदेश पुलिस के दिग्गज अधिकारी और खिलाड़ी भूल नहीं पाए हैं। बरेली के नकटिया मैदान पर आयोजित टूर्नामेंट में बनारस ज़ोन पुलिस की टीम ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल अपने नाम किया था। उस टीम का नेतृत्व तत्कालीन एएसपी बनारस रमित शर्मा ने किया था। रमित शर्मा वर्तमान में एडीजी जोन बरेली हैं। उसी टीम में थे भारत के अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल खिलाड़ी और गोलकीपर मनोज जग्गी, जिनकी कुशलता ने बरेली के मैदान में विरोधी टीमों को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था।


एसएसपी अनुराग आर्य पुलिस अधीक्षक नगर मानुष पारीक सहित पूरी टीम की मेहनत लगी रंग, सफलता आयोजन..

उत्तर प्रदेश पुलिस के गौरवशाली इतिहास में एक और सुनहरा अध्याय जुड़ गया जब बरेली पुलिस लाइन में आयोजित फुटबॉल प्रतियोगिता ने खेल भावना, अनुशासन और समर्पण का अद्वितीय उदाहरण प्रस्तुत किया। इस आयोजन का नेतृत्व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अनुराग आर्य ने किया, जिनके प्रबंधन और दूरदर्शिता की सराहना हर ओर हुई।

प्रतियोगिता का उद्घाटन और संचालन पूरी गरिमा के साथ संपन्न हुआ। बरेली पुलिस ने न केवल खिलाड़ियों का शानदार स्वागत किया, बल्कि उनके ठहरने, अभ्यास और भोजन आदि की बेहतरीन व्यवस्था भी सुनिश्चित की। मैदान से लेकर मेहमान टीमों के रहने तक हर स्तर पर मेजबानी में कोई कमी नहीं रखी गई।

कार्यक्रम में एडीजी (अपर पुलिस महानिदेशक)बरेली मंडल के डीआईजी अजय साहनी ने विशेष रूप से भाग लिया और पुलिस लाइन की व्यवस्थाओं की भूरि-भूरि प्रशंसा की। उन्होंने कहा:

यह आयोजन केवल एक टूर्नामेंट नहीं है, बल्कि इसमें समाहित हैं वे स्मृतियाँ, संघर्ष और स्वाभिमान, जो उत्तर प्रदेश पुलिस के इतिहास को स्वर्णाक्षरों में अंकित करते हैं।


बरेली में फिर से लौटे फुटबाल के स्वर्णिम दिन, बरेली पुलिस ने की बेहतर मेजबानी

यूं तो पुलिस लाइन में फुटबाल प्रतियोगिता का आयोजन एसएसपी अनुराग आर्य ने कराया। बेहतर प्रबंधन और खिलाड़ी टीमों की मेजबानी बरेली पुलिस ने शानदार ढंग से की। एडीजी ने पुलिस लाइन की व्यवस्थाओं को सराहा। उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता का आयोजन भले ही एक टूर्नामेंट हो, लेकिन इसमें बसी स्मृतियां, संघर्ष और स्वाभिमान आज भी उत्तर प्रदेश पुलिस के इतिहास का स्वर्णिम अध्याय हैं। मैदान में गूंजती सीटी, दौड़ते खिलाड़ी और झूमती भीड़ ने साबित कर दिया कि खेल का जुनून उम्र या पद नहीं देखता बस समर्पण देखता है। खेल भावना की यही परंपरा आगे भी जारी रहे, यही उम्मीद कि बरेली का मैदान आज फिर तैयार है, अपना स्वर्णिम इतिहास दोहराने के लिए और नई कहानियां लिखने के लिए…….

कार्यक्रम में एडीजी रमित शर्मा,डीआईजी अजय साहनी, पुलिस वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य,पुलिस अधीक्षक नगर मानस पारीक,पुलिस अधीक्षक देहात मुकेश चंद्र मिश्रा, आईपीएस अंशिका वर्मा, क्षेत्राधिकारी नगर आशुतोष शिवम्,। सीओ पंकज श्रीवास्तव सीओ LIU विजय राणा,एसपी ट्रैफिक अकमल खान सहित तमाम पत्रकार,अधिकारी व समाजसेवी लोग मौजूद रहे

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