सीएनएन न्यूज भारत ब्यूरो महराजगंज ::इंडो-नेपाल सीमा के अलग-अलग जगहों से सुरक्षा एजेंसियों द्वारा पकड़े गए चाइनीज लहसुन लैब की जांच में फेल हो गए हैं। स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बताए गए हैं। इसके बाद नौतनवा कस्टम ने गुरुवार को विभिन्न जगहों से पकड़े गए 820 बोरी चाइनीज लहसुन को एमआरएफ सेंटर में जेसीबी से दबाकर नष्ट करा दिया। सीमा पर लाख कोशिशों के बावजूद अब तक हजारों बोरी चाइनीज लहसुन की बरामदगी हो चुकी है। न जाने कितने हजार बोरियां देश के अनेकों शहरों में पहुंचाई जा चुकी हैं। नेपाल से भारतीय सीमा में तस्करो द्वारा ले जा रहे चाइनीज लहसुन की लैब जांच में खाने योग्य हानिकारक बताए जाने के बाद कस्टम विभाग बरामद सभी लहसुन को नष्ट की कार्रवाई कर देता है।

भारतीय बाजारों में लहसुन के दाम आसमान छू रहे हैं। इसी वजह से चीन से नेपाल पहुंचने वाला लहसुन पगडंडियों के रास्ते भारत की सीमा में लाकर डंप कर दिया जा रहा है। यहां से वाहनों के जरिए देश के दूसरे बड़े शहरों में पहुंचा कर बड़ा मुनाफा कमाया जा रहा है।

अवैध कारोबारियों का सिंडिकेट नेपाल के भैरहवां से होता है संचालित

नेपाल के भैरहवां में अवैध कारोबारियों का सिंडिकेट भारत, चीन, नेपाल एवं बांग्लादेश सहित अन्य कई देशों में अपना नेटवर्क बना रखा है। तस्करों का रैकेट देशों के बीच बड़े पैमाने पर अवैध कारोबार को अंजाम दे रहा है। चीन से नेपाल और फिर भारत पहुंचने वाला सामान के बदले मिलने वाला पैसा भी मनी लांड्रिंग के जरिए नेपाल के सिंडिकेट को पहुंचता है। सूत्रों के अनुसार अवैध कारोबारियों का सिंडिकेट सीमा पर इतना मजबूत हो चुका है कि वह दोनों देशों के बीच तस्करी के जरिए कपड़ा, लाल चंदन की लकड़ी, चाइनीज लहसुन, सोना या फिर कोई और प्रतिबंधित सामान बड़े आसानी से दोनों देशों की सीमा में पहुंचा दिया जाता है। सीमा पर तैनात विभिन्न एजेंसियां ऐसे लोगों को चिह्नित तो करती हैं जो कुछ भी दिनों में इस तरह के अवैध कारोबार से करोड़ों के मालिक हो जा रहे हैं। नौतनवा कस्बा भी इसके लिए चर्चित हो गया है।

वैभव कुमार सिंह,कस्टम उपायुक्त ने बताया नेपाल सीमा से पकड़े गए 820 बोरा चाइनीज लहसुन को लैब जांच के बाद नष्ट कर दिया गया है। चाइनीज लहसुन खाने योग नहीं है। इसको लेकर सीमा पर लगातार कार्रवाई भी चल रही है। चाइनीज लहसुन भारतीय बाजारों में न पहुंचे, इसके लिए टीम पूरी तरह काम कर रही है।