सीएनएन न्यूज भारत ब्यूरो महराजगंज :: यूपी के महराजगंज से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आ है। जहां पत्नी से कहासुनी से उपजे विवाद में मंगलवार को परतावल ब्लॉक गेट के पास पति ने ब्लेड से अपना गला काट लिया और जोर से चिल्लाने लगा। इससे हड़कंप मच गया। पुलिसकर्मी जख्मी हालत में इलाज के लिए परतावल सीएचसी ले गए। जहां चिकित्सकों प्राथमिक उपचार के बाद हालत गंभीर देख मेडिकल कॉलेज गोरखपुर रेफर कर दिया।
राणाप्रताप श्यामदेउरवा थाना क्षेत्र के परसा बुजुर्ग गांव का रहने वाला है। 2013 में उसकी शादी पूजा से हुई है। तीन बच्चे भी हैं। बड़ी बेटी दिव्या, इंदर व छोटा बेटा कार्तिक का है। राणा प्रताप ई-रिक्शा चलाकर परिवार की परवरिश करता है। पिछले कई दिनों से पति-पत्नी के बीच विवाद चल रहा था। सोमवार को भी विवाद के बाद फांसी लगाकर खुदकुशी का प्रयास किया था। परिजनों के मुताबिक एक सप्ताह पहले अपना हाथ भी जलाया था। मंगलवार को फिर से विवाद शुरू हो गया। पत्नी डायल-112 पर फोन कर पुलिस को सूचना दी। मायके से भी लोग पहुंच गए।
मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने पति-पत्नी दोनों को पुलिस चौकी पर बुलाया। पत्नी पहले ही पहुंच गई। परतावल चौराहा पर पहुंचने के बाद ब्लॉक गेट के सामने खड़ा होकर राणा प्रताप ब्लेड से अपना गला काट लिया। ब्लेड के जख्म से गले से खून निकलने लगा। गोरखपुर-महराजगंज रोड पर परतावल ब्लाक गेट के सामने इस घटना से सनसनी मच गई। गला काटने के बाद युवक चिल्ला रहा था। यह देख परतावल चौकी के पुलिस कर्मी मौके पर पहुंचे। फौरन इलाज के लिए परतावल सीएचसी ले गए। जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार किया। इसके बाद युवक को मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया।
घटना की जानकारी मिलते ही श्यामदेउरवा थानाध्यक्ष अभिषेक सिंह परतावल सीएचसी पहुंचे। अस्पताल आए परिजनों व ग्रामीणों से बात किया। एक महिला ने बताया कि आए दिन युवक जान से देने की बात करता था। पत्नी को मारता-पीटता रहा था। मना करने पर विवाद करने पर उतारू हो जा रहा था। कहा रहा था कि उसकी पत्नी है उसे मारे-पीटे या काटे, इसमें दूसरों को कुछ भी बोलने की जरूरत नहीं है। इस घटना के बाद पत्नी व तीनों बच्चे बदहवास दिखे। पत्नी लगातार रो रही थी।
इस मामले में थानाध्यक्ष अभिषेक सिंह ने बताया कि पति व पत्नी के बीच काफी दिनों से आपसी विवाद चल रहा था। एक दिन पहले वह फांसी लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया था। घटना के बाद उसे इलाज के लिए परतावल सीएचसी भेजा गया। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। पूरे मामले की जांच की जा रही है। घटना के कारणों की तलाश की जा रही है।