थम नहीं रही खाद की कालाबाजारी, 1600 से 1800 में बेच रहे डीएपी की कट्टा
बदायूं। भारतीय किसान यूनियन टिकैत के प्रतिनिधि मंडल ने उप कृषि निदेशक से गुरुवार को मुलाकात करके कहा कि किसानों को डीएपी नहीं मिल रही है बहुत ही किल्लत हो रही है और कालाबाजारी पर रोक लगाई जाए।गेहूं की बुवाई के लिए डीएपी के लिए पर्याप्त भंडारण किया जाए अभी बाजार में कालाबाजारी चल रही है उस पर रोक लगाई जाए अगर कालाबाजारी नहीं रुकी तो हम बड़ा आंदोलन करने पर मजबूर होंगे।
मंडल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष चौधरी सौदान सिंह ने कहा जिले में बैंकों में केसीसी बगैर दलालों के नहीं बन रही है जबरन तरीके से कृषि कार्ड पर बीमा किया जा रहा है। किसानों के साथ छलावा और उनसे लूट की जा रही है। जिलाध्यक्ष रामाशंकर शंखधार ने कहा कि देश की जनता के साथ धोखा किया जा रहा है। प्रवक्ता राजेश कुमार सक्सेना ने किसानों का डीएपी का मुद्दा उठाते हुए कहा आलू की बुवाई के लिए किसानों को 1600 से लेकर 1800 रुपया तक प्रति कट्टा खरीदाना पड़ा जिले में इस वक्त डीएपी की किल्लत चल रही है गेहूं की बुवाई शुरू हो चुकी है परंतु जिले में डीएपी नहीं है। प्रतिनिधि मंडल उप कृषि निदेशक से मिला मगर एआर सहकारिता जिला पंचायत की मीटिंग में थे इसलिए उनसे वार्ता नहीं हो पाई परंतु सभी सहकारी समितियां पर डीएपी उपलब्ध कराने के लिए उप कृषि निदेशक ने आश्वासन दिया एक हफ्ते में पर्याप्त मात्रा में डीएपी आ जाएगी रैक लगने वाली है प्रतिनिधि मंडल में जिला प्रभारी झाजन सिंह युवा तहसील अध्यक्ष सहसवान देव प्रकाश यादव, धीरेंद्र सिंह सोलंकी,बिजनेस सिंह यादव आदि लोग मौजूद रहे।