सूचना मिलते ही 7 मिनट में घटनास्थल पर पहुँची सरकारी एम्बुलेंस
बदायूं। प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही एम्बुलेंस सेवा रविवार को फिर जीवनदायिनी साबित हुई। सरकारी एम्बुलेंस के इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन (ईएमटी) ने अपनी सूझबूझ से मरीज के जीवन की रक्षा करने में अहम भूमिका अदा की।
एम्बुलेंस संचालक संस्था के ईएमई सूर्य प्रताप सिंह ने बताया कि गुरुवार को दोपहर करीब एक बजे ब्लॉक उझानी के टिगोरा गांव के पास कार की चपेट से एक मोटरसाइकिल सवार सौदान सिंह(65 वर्ष) पुत्र सरदार सिंह निवासी चंदौरा के घायल होने की सूचना मिली, सूचना मिलते ही 7 मिनट में एम्बुलेंस घायल के पास पहुँची। उसके उपरान्त ईएमटी ने अपनी तत्परता दिखाते हुए, घायल को एम्बुलेंस में शिफ्ट किया और चिकित्सालय की ओर निकले।
उसके बाद इंद्रेश (ईएमटी) ने रास्ते में ही टेलीफोन कॉल के माध्यम से, ईआरसीपी टीम (लखनऊ) की मदद से प्राथमिक उपचार देते हुए घायल राहगीर को रास्ते में दर्द
से दिलाई राहत। वही पायलट उर्वेश ने अपने कर्तव्य को पूरा निभाते हुए सही समय पर एम्बुलेंस से घायल को अस्पताल पहुँचाया।
घायल राहगीर को लेकर जब एम्बुलेंस कर्मी नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र उझानी पहुंचे तो डॉक्टर ने राहगीर की जांच करने के बाद, ईएमटी एवं पायलट की समझदारी और कार्यकुशलता की सराहना की।
सेवा प्रदाता संस्था ईएमआरआई ग्रीन हेल्थ सर्विस के प्रोग्राम मैनेजर राजन कुमार ने बताया कि 108 एम्बुलेंस के सभी कर्मचारी किसी भी इमरजेंसी परिस्थिति के लिए प्रशिक्षित हैं। उन्होंने यह भी बताया कि 108 एम्बुलेंस सेवा पूरी तरह से नि:शुल्क है। कोई भी व्यक्ति 24 घंटे कभी भी सरकारी अस्पताल जाने के लिए 108 एम्बुलेंस की मदद ले सकता है।