बरेली विकास प्राधिकरण बदायूं रोड पर नाथधाम टाउनशिप बसा रहा है। प्राधिकरण टाउनशिप बसाने के लिए तैयारी में लगा है वहीं कॉलोनाइजरों ने अवैध कॉलोनी बसाना शुरू कर दिया। शुक्रवार को बीडीए की टीम ने तीन अवैध कॉलोनियों पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई की है। 90 बीघा जमीन पर यह अवैध कॉलोनी बसाई जा रही थी।

15000 और पौधे लगाएगा बरेली विकास प्राधिकरण..


वीसी के मुताबिक शहर में हरियाली के लिए लगभग 10 फुट के पौधे बरेली विकास प्राधिकरण खरीद कर लगाएगा और उसकी देखरेख करेगा। मियावाकी जंगल की तर्ज पर भी पौधरोपण किया जाएगा।

बिना मानक पूरे किए वैध नहीं होगी अवैध कॉलोनियां..


वीसी ने बताया कि अवैध कॉलोनी को वैध कराने में नौ मीटर चौड़ी सड़क, पार्क सहित अन्य मानक पूरे करने जरूरी हैं। बिना मानक पूरे हुए बिना प्राधिकरण किसी कॉलोनी को वैध नहीं करेगा। प्राधिकरण ने लगभग 70 अवैध कालोनियों को ध्वस्त किया है और आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी।

बरेली विकास प्राधिकरण ( बीडीए) प्रदेश का पहला प्राधिकरण है जहां एक साल में तीन योजनाएं धरातल पर आएंगी। इन योजनाओं से उद्योग स्थापित होंगे और सैकड़ों लोगों को रोजगार मिलेगा। लघु एवं मध्यम उद्योगों (एमएसएमई) के साथ नाथ धाम और टीपीनगर योजना जल्द पूरी हो जाएगी।

स्काईवे अपार्टमेंट

बीडीए की रामगंगा नगर योजना में बचे हुए 200 प्लाॅट का पंजीकरण हो रहा है। कुदेशिया फाटक के पास स्काईवाॅक अपार्टमेंट्स बनकर लगभग तैयार है रामायण वाटिका, बीडीए का नया कार्यालय, रामगंगा नगर में स्पोर्ट्स स्टेडियम व कनवेंशन सेंटर लगभग बनकर तैयार हैँ थोड़ा बहुत काम बचा है जिसको तेजी से कराया जा रहा है।

निर्माणाधीन ऑफिस बरेली विकास प्राधिकरण

मानिकनंदन ए ने बताया कि 15 साल पुरानी रामगंगा नगर योजना से प्राधिकरण दो महीने में निकल जाएगा और अब अगले प्रोजेक्ट ग्रेटर बरेली की तरफ ध्यान देगा। ग्रेटर बरेली के लिए 200 हेक्टेयर जमीन खरीदी जा चुकी है। रामगंगा नगर में बिजली और पानी की सप्लाई शुरू कीं जा रही हैँ, सप्लाई शुरू होने के बाद ज्यादा से ज्यादा लोग वहां पर मकान बनाकर रह सकेंगे..

भू उपयोग बदलने के बाद नक्शा स्वीकृत कराएं


वीसी ने कहा कि मास्टर प्लान में 18 मीटर और इससे ज्यादा चौड़ी सड़क को बाजार स्ट्रीट भू उपयोग लागू किया गया है। इस तरह के मार्गों पर आवासीय और मिश्रित भू उपयोग के मानचित्र स्वीकृत हो सकते हैं। शहर के प्रमुख मार्गों पर कामर्शियल भू उपयोग तय किए गए हैं। लोग भू उपयोग के अनुसार मानचित्र स्वीकृत करा लें। जिन लोगों के आवासों में कामर्शियल गतिविधि संचालित हो रही हैं वह जल्दी से जल्दी अपना नक्शा जमा कर दें। जिन लोगों के पास बदले भू उपयोग का नक्शा नहीं होगा उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।