बदायूँ । प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही एम्बुलेंस सेवा शनिवार को फिर जीवनदायिनी साबित हुई। सरकारी एम्बुलेंस के इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन (ईएमटी) ने अपनी सूझबूझ से मरीज के जीवन की रक्षा करने में अहम भूमिका अदा की।
एम्बुलेंस संचालक संस्था के ईएमई सूर्या प्रताप सिंह ने बताया कि शनिवार को सुबह , करीब साढ़े आठ बजे ब्लॉक उझानी के कछला चौराहा के पास कार की टक्कर से एक 12 साल के बच्चे के घायल होने की सूचना मिली , सूचना मिलते ही 6 मिनट में एम्बुलेंस घायल के पास पहुँची। उसके उपरान्त ईएमटी ने अपनी तत्परता दिखाते हुये, घायल बच्चे को एम्बुलेंस में शिफ्ट किया और चिकित्सालय सीएचसी उझानी की ओर निकले।
उसके बाद रंजीत (ईएमटी) ने रास्ते में ही टेलीफोन कॉल के माध्यम से , ईआरसीपी टीम (लखनऊ) की मदद से प्राथमिक उपचार देते हुए घायलों को रास्ते में दर्द से राहत दिलाई। वही पायलट जग प्रसाद ने अपने कर्तव्य को पूरा निभाते हुए सही समय पर एम्बुलेंस से घायल बच्चे को अस्पताल पहुँचाया।
मरीज को लेकर जब एम्बुलेंस कर्मी नजदीकी सामुदायिक स्वाथ्य केंद्र उझानी पहुंचे तो डॉक्टर ने मरीज की जांच करने के बाद, ईएमटी एवं पायलट की समझदारी और कार्यकुशलता की सराहना करते हुये एवं घायल बच्चे की स्थिति को देखते हुये , उच्च जिला चिकित्सलाय के लिये रैफर कर दिया। जिसके उपरान्त एम्बुलेंस स्टाफ ईएमटी रंजीत एवं पायलट जगप्रसाद ने घायल बच्चे को एम्बुलेंस में पुनः शिफ्ट करके सकुशल जिला चिकित्सलाय के आकस्मिक वार्ड में भर्ती कराया।
सेवा प्रदाता संस्था ईएमआरआई ग्रीन हेल्थ सर्विस के प्रोग्राम मैनेजर राजन कुमार ने बताया कि 108 एम्बुलेंस में कर्मचारी किसी भी इमरजेंसी परिस्थिति के लिए प्रशिक्षित हैं। उन्होंने बताया कि 108 एम्बुलेंस सेवा पूरी तरह से नि:शुल्क है। कोई भी व्यक्ति 24 घंटे कभी भी सरकारी अस्पताल जाने के लिए 108 एम्बुलेंस की मदद ले सकता है।