इस्लामनगर। गर्मी बढ़ते ही विद्युत आपूर्ति पूरी तरह लड़खड़ा गई है। चारों तरफ हाहाकार मचा हुआ है। ऐसे में आम जनमानस में आक्रोश पनप रहा है और वे धरना प्रदर्शन व आंदोलन की चेतावनी दे रहे हैं। बिजली विभाग के अधिकारी व कर्मचारी अपनी मनमानी से बाज नही आ रहे है। सिठौली,नगला बारह, जरेंडा,कुंवरपुर, चंदोई समेत अन्य कई गावों के करीब 50 अधिक ग्रामीणों ने इस्लामनगर विद्युत केंद्र का गुरुवार को घेराव कर बिजली घर पर ताला लगा दिया। साथ ही ग्रामीणों ने
स्पष्ट किया है कि यदि आपूर्ति व्यवस्था ठीक न हुई तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। हालांकि जैसे ही बिजली विभाग को जानकारी हुई की कई गांव के ग्रामीण इकट्ठा होकर बिजली घर आ रहे है तो बिजली विभाग के अधिकारी ऑफिस से निकल लिए। जब ग्रामीण बिजली घर पहुंचे तो उन्हें जेई व एसडीओ समेत कोई अधिकारी कर्मचारी नही मिला।
अक्रोशित ग्रामीणों को जब बिजली घर पर कोई अधिकारी नही मिला तो उहोंने थाने पहुंचकर एक सामूहिक शिकायती पत्र थाना प्रभारी को देकर बताया की बिजली घर इस्लामनगर के फिटर चमरपुरा, चन्दोई, लभारी प्रथम एवं लभारी द्वितीय फीटर पर पिछले 20 दिनों से मात्र एक से दो घंटे ही बिजली आपूर्ति मिल पा
रही है।हालांकि घरेलू व कृषि समेत दो अलग अलग मशीनें लगी है। ग्रामीण काफी दिन से बिजली विभाग के अधिकारियों से घरेलू फिटर चालू कराने का अनुरोध कर रहे थे। बिजली विभाग के अधिकारियों ने बुधवार शाम 5 बजे तक घरेलू फीटर चालू करने का ग्रामीणों को आश्वासन दिया था। ग्रामीण गुरुवार को घरेलू फीटर चालू होने का इंतजार करते रहे थे लेकिन बिजली विभाग के अधिकारियों द्वारा बताए हुए समय में घरेलू फीटर चालू नही किया तो कई गांव के ग्रामीण गुरुवार को एक जुट होकर बिजली घर पहुंचे और हंगामा शुरू कर बिजली घर का घेराव किया। उसके बाद भी कोई अधिकारी मौके पर नही पहुंचा तो अक्रोशित ग्रामीणों ने बिजली घर पर ताला लगा दिया और रोड जाम करने की चेतावनी दी है की अगर हमारी समस्या का समाधान नही हुआ तो हम सभी लोग बिजली घर के सामने इस्लामनगर बहजोई मार्ग बंद कर धरना प्रदर्शन करेंगे ।
ग्रामीणों ने जेई व एसडीओ को कॉल की लेकिन उनका फोन रिसीव नहीं हुआ । शिकतकर्ता अभय प्रधान,विपिन प्रधान,मोहित प्रधान,सुरजीत प्रधान,प्रदीप शर्मा,रावेंद्र शर्मा,शिवकुमार,सपन शर्मा,ब्रजेश कुमार,अतुल ,विपिन ठाकुर,बबलू,जगदीश,प्रदीप,सोमपाल शर्मा,संजू,शेर सिंह,गुड्डू,समेत सैकड़ों लोग मौजूद रहे।
रिपोर्टर रंजीत कुमार