एडीजी आईजी एसएसपी के कड़े रुख को देखते हुए एनकाउंटर के डर से एसएसपी दफ्तर सरेंडर करने पहुंच गया संजय राणा..

बरेली के पीलीभीत बाईपास पर हुई फायरिंग के मामले में आरोपी संजय राना ने बुधवार को एसएसपी दफ्तर पहुंचकर आत्मसमर्पण कर दिया। संजय मुख्य आरोपी राजीव राना का भाई है। पुलिस उसकी तलाश में ताबड़तोड़ दबिश दे रही थी।

राजीव राना का सगा भाई है संजय राना..

बरेली के पीलीभीत बाईपास पर हुई फायरिंग मामले में मुख्य आरोपी राजीव राना के भाई संजय राना ने बुधवार सुबह एसएसपी दफ्तर में आत्मसमर्पण कर दिया। उसने पुलिसकर्मियों को परिचय देकर गिरफ्तार करने की पेशकश की तो वह हैरत में पड़ गए। संजय ने 25 लाख में केपी से प्लॉट खाली कराने का सौदा करने की बात कबूल की।

संजय राना सुबह करीब साढ़े दस बजे बारिश में एसएसपी दफ्तर पहुंचा। वह खुद अपने यहां आने का वीडियो बना रहा था। उसने जनसुनवाई पटल के स्टाफ को बताया कि राजीव राना का भाई संजय राना है, फायरिंग मामले में उसे नामजद किया गया है। वह खुद ही आत्मसमर्पण करने आया है।


शुरू में पुलिसकर्मी मामला नहीं समझ पाए, बाद में उसे निगरानी में ले लिया। तत्काल ही सीओ तृतीय अनीता चौहान पहुंच गईं और संजय को हिरासत में ले लिया गया। इज्जतनगर थाने में पूछताछ के दौरान संजय ने पुलिस को बताया कि बड़े भाई राजीव राना ने छह महीने पहले ही केपी यादव से प्लॉट खाली कराने को लेकर बात की थी। केपी ज्यादा रकम मांग रहा था पर भाई ने 25 लाख में सौदा तय कर दिया।

तीन दिन की छुट्टी लेकर शराब पीकर गायब हो गया हेड कांस्टेबल, सस्पेंड

शेरगढ़ थाने का हेड कांस्टेबल निगम सिंह 10 जून को तीन दिन की छुट्टी लेकर गया था। 13 जून को 12 बजे थाने पर वापसी थी, लेकिन वह नहीं आया। पता लगा कि शराब पीकर घूम रहा है। पुलिस की छवि को धूमिल कर रहा है। जिस पर उसकी रिपोर्ट एसओ के माध्यम से एसएसपी को भेजी गई थी। जांच के बाद एसएसपी ने उसको सस्पेंड कर दिया..