टपूकड़ा । कम्पनी की आग में जिंदा जलकर मरने वालों की संख्या हुई चार, घायलों में एक गम्भीर अन्य खतरे से बाहर।
टपूकड़ा खुशखेड़ा की वर्तिका कैमिकल व फार्मास्यूटिकल कम्पनी में लगी आग तो बुझ गई लेकिन बुझने से पहले चार घरों के चिरागों को भी बुझा गई।मंगलवार साम खुशखेड़ा की वर्तिका कैमिकल एंड फार्मास्यूटिकल कम्पनी में उस समय करीब 50 कर्मचारी थे धमाके की आवाज के साथ अचानक चारों ओर आग फैल गई अति ज्वलनशील कैमिकल की आग की चपेट में आए श्रमिक अजय पुत्र जटाशंकर 24 वर्ष निवासी मिर्जापुर यूपी को एंबुलेंस द्वारा नजदीकी अस्पताल पंहुचाया मगर डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।तभी से अन्य कुछ लोगों के अग्नि में फंसे होने के कयास लगाए जा रहे थे मगर टीम उन्हें ढूंढ नहीं पाई।बुधवार प्रात:8 बजे जब पुन:टीम ने तलाशी अभियान शुरू किया तो मलबे में 3 शव और मिले जो बुरी तरह जले हुए थे।चारों शवों को सीएच सी टपूकड़ा की मोर्चरी में रखवा दिया गया।पुलिस प्रशासन शवों की पहचान कर उनके परिजनों को सूचित करने में जुट गया। अजय के अलावा विकास पुत्र अभय राज 24 वर्ष,विशाल पुत्र राजकुमार 22 वर्ष यू पी निवासी व राजकुमार पुत्र बंशी लाल 34 वर्ष निवासी जम्मू कश्मीर के रूप में हुई।प्रशासन ने कम्पनी मालिक कमल नयन से संपर्क साधा तो उन्होंने किसी बीमारी के चलते दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती होने के कारण आने में असमर्थता जताई।अभी तक न तो शवों का पोस्टमार्टम हो सका और न ही कम्पनी या सरकार द्वारा किसी प्रकार की सहायता राशि की घोषणा हो पाई है।

रिपोर्टर मुकेश कुमार शर्मा