जिला अस्पताल फिर सुर्खियों में मेडिकल रिपोर्ट में की हेराफेरी
बदायूँ ।थाना सिविल लाइन क्षेत्र के एक गांव की महिला से आपसी विवाद हो गया था। बीते 29 मई को सांस ससुर से विवाद को लेकर हुई मारपीट के मामले में महिला घायल हो गई थी। पुलिस ने महिला को जिला अस्पताल मेडिकल के लिए भेजा था।
जहां मेडिकल करने वाले डॉक्टर द्वारा रिपोर्ट में हेराफेरी की गई है। कार्रवाई न होने की वजह से पीड़ित महिला मालवीय आवास गृह पर धरने पर बैठी है।
जिला अस्पताल में तैनात डाक्टर ने 30 मई को मेडिकल परीक्षण किया था। घायल महिला ने मेडिकल परीक्षण करने वाले डाक्टर पर आरोप लगाते हुए कहा है कि मेडिकल करने वाले डॉक्टर द्वारा रिपोर्ट में हेराफेरी की गई है। और फर्जी रिपोर्ट बनाई गई जबकि मेरे सास ससुर ने मुझे लाठी डंडा व रॉड से पीट-पीटकर मेरी हाथ की कलाई तोड़ दी है। जिसमें फैक्चर हो गया है
उसके बाद एक्सरे विभाग ने मेडिकल में हाथ के कोहनी की रिपोर्ट दिखा दी।जिसको लेकर पीड़ित महिला ने जिलाधिकारी से मिलकर पूरी बात बताई। मामले को गंभीरता से लेते हुए डीएम ने सीएमएस को डॉक्टरों का एक पैनल बनाकर पीड़ित के प्रार्थना पत्र के आधार पर दोबारा मेडिकल किए जाने के निर्देश दिए हैं। मेडिकल रिपोर्ट में हेराफेरी का आरोप को लेकर जिला अस्पताल एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है।
पीड़ित पक्ष महिला का कहना
पीड़ित महिला आरती पत्नी बबलू निवासी गांव रूपापुर थाना सिविल लाइन का कहना है कि विपक्षियों से सांठगांठ कर डॉक्टर ने मेडिकल रिपोर्ट में फेरबदल कर दिया। हाथ में फैक्चर होने के बाद भी मेडिकल रिपोर्ट में कुछ नही दिखाया गया है। मारपीट में घायल हुई पीड़िता ने बताया कि उसके हाथ की कलाई में फैक्चर हो गया है। हाथ में प्लास्टर भी लगाया है और दवाई चल रही है।
इस संबंध में जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ कप्तान सिंह के लिए फोन किया मगर उन्होंने फोन नहीं उठाया।