सम्भल। यूपी के जनपद सम्भल के जिला सूचना अधिकारी कार्यालय में तैनात जितेंद्र कुमार के खिलाफ भ्रष्टाचार को लेकर एक के बाद एक स्थानीय पत्रकार खुलकर सामने आ रहे हैं, इससे पूर्व तीन पत्रकारों ने एंट्री पास बनवाने के नाम पर 500 और 700 रुपए जितेंद्र कुमार द्वारा धन उगाही करने के आरोप लगाए तो अब एक और चौथे पत्रकार ने लोकसभा चुनाव में एंट्री पास नहीं बनाने का आरोप जितेंद्र कुमार पर लगाया है,
कार्यालय में हटधर्मिता पर उतारू जितेंद्र कुमार अपने अधिकारी की नाक के नीचे यह सब गुल खिला रहा है, वह सब कुछ जानकर अनजान बने हुए हैं या किसी कारणवश जितेंद्र कुमार के खिलाफ कार्रवाई करने से हिचक रहे हैं इससे माना जा रहा है कि कहीं ना कहीं अधिकारी जितेंद्र कुमार को संरक्षण दिए हुए हैं, सूत्रों के अनुसार जितेंद्र कुमार के पत्रकारों से अभद्र व्यवहार और धन उगाई को रोष व्याप्त है और वह स्थानीय पत्रकारों का लगातार शोषण कर रहा है, आरोप है बगैर अवैध रसूल किए ना तो कार्यालय में अथॉरिटी लेटर जमा करता है और ना ही एंट्री पास बनवाता है, कलम हिंदुस्तानी के जिला प्रभारी सुआलेहीन अशरफी का आरोप है कि उनसे जितेंद्र कुमार ने 500 रुपए अथॉरिटी लेटर जमा करने के नाम पर लिए और लोकसभा चुनाव का पास बनाने के नाम पर 500 रुपए और लेने का वायदा था, अभी तक न्यूज़ चैनल के संवाददाता सचिन रस्तोगी ने आरोप लगाया कि उसने जितेंद्र कुमार को अपना और महिला संवाददाता का लोकसभा चुनाव पास बनाने के नाम पर 700 रुपया का अवैध शुल्क दिया, जिसमें उसका पास बन गया, महिला संवाददाता का पास नहीं बना, इसी तरह के कुछ आरोप नेशनल टुडे चैनल के संवाददाता मोहम्मद जाने आलम ने जितेंद्र कुमार पर लगाते हुए कहा कि जब वह लोकसभा चुनाव का पास लेने कार्यालय पर पहुंचा तो जितेंद्र कुमार ने पहले उससे बात की, जब रुपया लेने के बाद पास बनाया जाएगा वाली बात मोबाइल पर सुनकर जितेंद्र कुमार ने हंसकर मामले को उड़ा दिया और फोन काट दिया, चौथे पत्रकार दैनिक निष्पक्ष पोस्ट के संवाददाता नूर इस्लाम चौधरी का आरोपी की वह लोकसभा चुनाव का पास बनवाने के लिए कार्यालय पर डटा रहा, लेकिन जितेंद्र कुमार ने मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया और अथॉरिटी लेटर भी जमा नहीं किया, जिसकी वजह से उसका लोकसभा चुनाव मतगणना का पास नहीं बन पाया, इस तरह के तमाम आरोप लगाए हैं सम्भल जिले के पत्रकारों ने जितेंद्र कुमार पर लगाते हुए कहा कि पत्रकारों के शोषण करने वाले जितेंद्र कुमार को कार्यालय में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है ऐसे व्यक्ति पर जल्द ही जिला अधिकारी कार्रवाई करें, अन्यथा मजबूरी में पत्रकारों को भविष्य में एक बड़ा आंदोलन करने को बाध्य होना पड़ेगा।

सम्भल से खलील मलिक कि ख़ास रिपोर्ट