मां गायत्री ज्ञान दायिनी और मां भागीरथी है जीवनदायनी

बदायूँ : गायत्री शक्तिपीठ एवं आध्यात्मिक चेतना केंद्र पर गायत्री जयंती और गंगा दशहरा पर्व पर पांच कुंडीय गायत्री महायज्ञ हुआ। आत्मीय परिजनों में लोक कल्याणार्थ गायत्री मंत्र और महामृत्युंजय मंत्र की विशेष आहुतियां यज्ञ भगवान को समर्पित कीं।
गायत्री शक्तिपीठ के सुरेंद्र नाथ शर्मा ने कहा कि गौ, गंगा,

गायत्री, गुरु और गीता साक्षात फल देने वाली हैं। सद्ज्ञान और सत्कर्म से जीवन महकता है। उन्होंने कहा गंगा दशहरा पर दस पापों का नाश भी होता है।
जिला समंवयक नरेंद्र पाल शर्मा ने कहा कि गायत्री वेदमाता, देवमाता और विश्व माता है। मां गायत्री ज्ञान दायिनी और मां भागीरथी जीवनदायनी है।
गायत्री शक्तिपीठ के सचिन देव ने वेद मंत्रोच्चारण कर यज्ञ संपन्न कराया।


यज्ञ में नरेंद्र कुमार, निर्देश शर्मा दिनेश गुप्ता, ललतेश कुमार, संजीव कुमार, संजय साहू, शिशुपाल सिंह, सुबोध मुख्य यजमान के रूप में रहे।
सत्यपाल सिंह का विवाह दिवस, रजनी मिश्रा का जन्म दिवस भारतीय संस्कृति के अनुरूप मनाया गया।
शक्तिपीठ के मुख्य द्वार पर डा.पूनम शाक्य, ममता पाल, रजनी मिश्रा, नंदिनी ने शर्बत वितरण किया।


इस मौके पर सुखपाल शर्मा, रामचंद्र प्रजापति, माया सक्सेना, कालीचरण पटेल, महेश शाक्य, राजेश्वरी, मनोज कुमार शर्मा, संत गोपाल मिश्रा, मुनेंद्र यादव, सुजाता माहेश्वरी, जगदंबा प्रसाद, अमिता माहेश्वरी आदि मौजूद रहीं।

रिपोर्टर निर्दोष शर्मा