शायर अहमद अमज़दी एवं शिक्षक जयपाल सिंह को समाजसेवी दिनेश चंद्र शर्मा स्मृति सम्मान 2024 से किया गया सम्मानित

बदायूँ । गौरव क्लब एवं बदायूं गौरव महोत्सव समिति द्वारा बदायूं गौरव क्लब के संरक्षक समाजसेवी दिनेश चंद्र शर्मा की प्रथम पुण्यतिथि पर अमन हाउस मोहल्ला चौबे मे काव्य एवं मुशायरा गोष्ठी एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।कार्यक्रम का शुभारम्भ कार्यक्रम के अध्यक्ष शायर अहमद अमज़दी बदायूंनी, मुख्य अथिति समाजसेवी अशोक गुप्ता


एवं बदायूं गौरव क्लब के मुख्य सचिव भाजपा नेता पं अमन मयंक शर्मा ने माँ सरस्वती एवं दिनेश चंद्र शर्मा के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया।इसके उपरांत समस्त कवियों ,शायरों एवं उपस्थित जनों ने समाजसेवी दिनेश चंद्र शर्मा के चित्र के समक्ष पुष्पांजलि अर्पित कर

उनको नमन किया।कार्यक्रम में सरस्वती वंदना का पाठ कवि ललतेश कुमार द्वारा किया गया।इसके उपरांत कार्यक्रम के अध्यक्ष उस्ताद शायर अहमद अमज़दी बदायूंनी ने पड़ा-मौजे तुफाॅं से जो डर जाते हैं लोग।
वो किनारे पर ही मर जाते हैं लोग।


आप जायें शौक़ से जाएं उधर ,
हम नहीं जाते जिधर जाते हैं लोग।

बदायूं गौरव महोत्सव के मुख्य संयोजक भाजपा नेता कवि पं अमन मयंक शर्मा ने अपने पिता समाजसेवी दिनेश चंद्र शर्मा को नमन करते हुए पड़ा-” जब याद तुम्हारी आती है
आँखों से आंसू बहते हैं ।


इस दुख को केवल मै ही नही मम्मी भइया भी सहते हैं ।
बस इतनी गुजारिश है तुमसे पापा को स्वर्ग अता करना,
ऐ भोले बाबा भंडारी हम हाथ जोड़ यह कहते हैं ।
उन्होंने पड़ा-“चटक धूप सी जिंदगी, नहीं दूर तक छांव।।
बिना पिता जी आपके, जलते मेरे पांव।।”

वरिष्ठ शायर नईम बदायूनी ने समाजसेवी दिनेश चंद शर्मा को याद करते हुए पड़ा- ” हम जी रहे थे आपकी आँखों को देखकर।रुख पे नकाब डालके अच्छा नही किया।”

कवि शैलेन्द्र मिश्रा देव ने पड़ा-‘ तरीके और भी होंगे निभाना दुश्मनी चाहो।
जो रोटी को तरसता हो उसे बेघर नही करते।”

कवि एवं जिला संख्याधिकारी संजीव कुमार वार्ष्णेय ने पड़ा-“


सुबह से शरबत का आयोजन,शाम को होता कवि सम्मेलन।
श्रद्धा सुमन स्वीकार करो तुम,अमन के पापा शर्मा जी।

” जो खेल खेलते खतरों से ,वो लिखते नई कहानी है।
भाई मौत सभी को आनी है,ये मौत तो आनी जानी है।”

कवि राजवीर तरंग ने पड़ा-“माता शीतल छांव है, और पिता जी धूप।
दोनों के संजोग से, जीवन बनता भूप।।”

कवि अचिन मासूम ने पड़ा-“

सत्य के सारथी को नमन है मेरा।
काव्य के उस रथी को नमन है मेरा।
मिलके अर्पित करें भाव रुपी सुमन,
उस अमिट कीर्ति को नमन है मेरा।।

इसके आलावा कवि ललतेश कुमार,सर्वेश कुमार राठौड़ ने भी काव्य पाठ किया।
बदायूं गौरव क्लब की संरक्षिका गीता शर्मा, मुख्य सचिव पं अमन मयंक शर्मा एवं सहसचिव गौरव पाठक ने समस्त कवियों एवं शायरों को सम्मानित किया।बदायू गौरव क्लब के मुख्य सचिव पं अमन मयंक शर्मा ने समाजसेवी दिनेश चंद्र शर्मा स्मृति सम्मान 2024 की घोषणा करते हुए इस वर्ष का सम्मान साहित्य के क्षेत्र मे उस्ताद शायर अहमद अमज़दी


बदायूंनी एवं शिक्षा के क्षेत्र में अध्यापक जयपाल सिंह को दिये जाने की घोषणा की।
बदायूं गौरव क्लब के मुख्य सचिव
अमन मयंक शर्मा एवं सहसचिव गौरव पाठक ने शायर अहमद अमज़दी बदायूंनी एवं शिक्षक जयपाल सिंह को फूलमाला पहनाकर,शाल उड़ाकर एवं सम्मान पत्र देकर समाजसेवी दिनेश चंद्र स्मृति सम्मान 2024 से सम्मानित किया।अंत मे


पं अमन मयंक शर्मा ने प्रतिज्ञा लेते हुए कहा कि वह बदायूं गौरव क्लब के संरक्षक समाजसेवी दिनेश चंद्र शर्मा की जयंती एवं पुण्यतिथि पर प्रतिवर्ष साहित्यिक,सामाजिक एवं सांस्कृतिक आयोजन करेंगे।
इस अवसर पर कार्यक्रम की संरक्षक गीता शर्मा,दिनेश गुप्ता,अंजलि मिश्रा,सर्वेश कुमार राठौड़,मनीष कुमार राठौड़,चर्चा पाठक,वैदिक पाठक,नियति मिश्रा,काव्या पाठक , मयंक शंखधार,सुमित शंखधार,अजीत ,रमेश गुप्ता सहित प्रबुद्ध जन उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन कवि राजवीर तरंग ने किया।

रिपोर्टर निर्दोष शर्मा