अपराध विहीन समाज की स्थापना के लिए संस्था से जुड़कर करें कार्य : शम्स
सहसवान। जिला अपराध निरोधक कमेटी बदायूं की बैठक वयोवृद्ध समाजसेवी आर के सक्सेना उर्फ राय साहब की संरक्षता व डॉ मौसम अली की अध्यक्षता में संस्था के विस्तार हेतु आयोजित की गई। सर्वप्रथम बदायूं से पहुंचे जिला कमेटी के पदाधिकारी जमील खां,शमसुद्दीन शम्स और नेत्रपाल सिंह सैलानी का स्वागत किया गया।
बैठक में अनिक के सह सचिव जमील खां ने उपस्थित लोगों से अधिक से अधिक संख्या में संस्था से जुड़कर अपराध विहीन समाज की स्थापना के लिए निस्वार्थ भाव से कार्य करने का आह्वान किया।
ज़िला अपराध निरोधक कमेटी के प्रभारी मुहम्मद शमसुद्दीन शम्स ने संस्था के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इस संस्था का जन्म सन 1938 में जब प्रदेश में पहली कांग्रेस की सरकार बनी थी तब हुआ था उस समय इसका नाम मुक्त बंदी पुनर्वासन सहायता समिति था स्वतंत्रता के पश्चात सन 1947 में इसका नाम उस समय समिति के अध्यक्ष स्वर्गीय डॉ परिपूर्णानंद वर्मा ने अपराध निरोधक समिति रखकर इसका कार्य क्षेत्र बढ़ाया तथा जेल मैनुअल में भी समिति के शाखा कमेटी के सचिवों को पदेन कारागार पर्यवेक्षक बनाए जाने का प्रावधान किया गया।
इसके अतिरिक्त श्री शम्स ने जिला कमेटी द्वारा की जाने वाले कार्यों का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया तथा कमेटी द्वारा जनपद में कार्यरत सदस्यों द्वारा छोटे-छोटे झगड़ों में समझा बुझाकर समझौते कराने और कमेटी के सदस्यों से शांति व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस तथा प्रशासन को सहयोग प्रदान करने की बात कहते हुए प्रशासनिक अधिकारियों से कमेटी के सदस्यों को जो अवैतनिक कार्यकर्ता हैं और समाज की सेवा में संलग्न है उनके प्रति सम्मान पूर्ण व्यवहार की अपेक्षा की।
बैठक का संचालन कर रहे नेत्रपाल सिंह सैलानी ने कहा कि अपराध निरोधक कमेटी के सदस्य बनकर अपराधों की रोकथाम एवं क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस प्रशासन का सहयोग करें।
बैठक में कमेटी का विस्तार करते हुए बदर अहमद को सहसवान तहसील में कमेटी की शाखा गठित करने की जिम्मेदारी सौंपी। साथ ही महमूद अली,मुहम्मद सलीम, मुजरिया थाना निवासी अशफाक अली,अशरफ अली थाना कादरचौक आदि को सदस्यता ग्रहण कराई गई।