भारतीय जनता पार्टी से लोकसभा प्रत्याशी दुर्विजय शाक्य के समर्थन में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने गुरुवार को शहर के इस्लामियां इंटर कॉलेज में जनसभा की। इसमें उन्होंने बदायूँ के लोगों से भाजपा प्रत्याशी को जिताने की अपील की। गृहमंत्री ने कहा कि आप दुर्विजय को जिताओ मैं विकास के मामले में इस बदायूं को यूपी का नंबर वन शहर बना दूंगा। गृहमंत्री ने कहा
कि यह चुनाव आतंकवाद-नक्सलवाद के खात्मे का चुनाव है। ये चुनाव माननीय नरेंद्र मोदी जी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने का है। कश्मीर से लेकर केरल तक आतंकवाद को समाप्त करने का चुनाव है। पूरे यूपी को गुंडों से मुक्त कराने का यह चुनाव है। मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाना है तो बदायूं वालों को दुर्विजय सिंह के नाम के सामने कमल के बटन को दबना है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में राममंदिर बनना चाहिए था
या नहीं बनना चाहिए था। 70 साल से सपा, बसपा, कांग्रेस राममंदिर को लटकाकर भटकाकर रखी थी। आपने मोदी को दूसरी बार पीएम बनाया तो पांच साल में ही केस जीता और 22 तारीख को प्राण प्रतिष्ठा भी हो गई। अखिलेश और डिंपल बहन को निमंत्रण दिया था राहुल बाबा और प्रियंका जी को भी निमंत्रण दिया था, मगर वो नहीं गए। क्योंकि वो अपनी वोटबैंक से डरते हैं। उनको डरना है तो डरने तो उनका डर उनको
मुबारक। हम भाजपा वाले उस वोटबैंक से नहीं डरते हैं हमने रामलला को उनके स्थान पर बिराजा। रामलला ही नहीं काशी विश्वनाथ कॉरीडोर को भव्य दरबार सजाने का काम शुरू किया। बाबा महाकाल का दरबार सजाया, महाकाल लोक बनाया। सोमनाथ का मंदिर भी अब सोने का बन रहा है। मोदी ने हमारे सारे श्रद्धाकेंद्रों को ऊर्जावान बनाने का काम किया है। मुझे बताओ कि ये काम सपा, बसपा और कांग्रेस कर सकती है क्या? बदायूं वालों मुझे बताओ कि कश्मीर हमारा है या नहीं? खरगे जी कहते हैं कि राजस्थान व यूपी वालों को कश्मीर से क्या लेना देना। खरगे साहब आप 80 पार गए लेकिन ये नहीं जानते कि बदायूं का बच्चा बच्चा कश्मीर के लिए जान देने को बैठा है। 70 साल से कांग्रेस धारा 370 संभाले बैठे थी। मोदी ने धारा 370 को समाप्त कर दिया। जब मैं इस बिल को लेकर खड़ा हुआ तो राहुल और अखिलेश खड़े हो गए। मना किया, कहा कि वहां खून की नदियां बह जाएंगी। पांच साल हो गए लेकिन वहां खून की नदियां छोड़ो कंकड़ तक नहीं उठा। जिस लालचौक पर कोई जा नहीं सकता था वहां जन्माष्टमी का जुलूस निकला है।
रिपोर्टर शिव प्रताप सिंह