बदायूं । शहर के मध्य स्थित छह सडका पर एक तरफ अवरोधक और दूसरी तरफ पुलिस के एक अधिकारी की सरकारी गाडी लगाकर मार्ग को बंद किया जाना नागरिकों को परेशानी का सामना करने को मजबूर रहा है और सीओ सिटी का यह फरमान नागरिकों के जी का जंजाल साबित हो रहा है।
ब्ताया जाता है कि दोपहर में लगभग 11 बजे सीओ सिटी लगभग रोजाना छह सडका पर आते हैं और सीओ सिटी के आने के बाद मौखिक फरमान जारी करके वहां पर तैनात वर्दीधारियों से एक ओर अवरोधक लगाकर रास्ता बंद करा देते हैं और दूसरी तरफ अपनी सरकारी गाडी को इस तरह से लगवा देते हैं कि छह सडका से सब्जी मंडी की ओर आने – जाने वाले राहगीर और आवश्यक कामों से आने जाने वाले वहां से वापस लौटकर दूसरे रास्तों से निकलने की राहें ढूंढते फिरते हैं क्योंकि कुछ कहने के बावजूद अवरोधक को हटाकर थोडा सा रास्ता देने को कोई तैयार नहीं होता। बताते हैं कि सीओ साहब के वहां से जाने के बाद फिर से रास्ता खुल जाता है।
सरकारी नीतियों के अनुसार अधिकारियों की नियुक्ति अधीनस्थों पर अंकुश लगाने को की जाती है लेकिन जब जिला मुख्यालय पर तैनात अधिकारी नागरिकों को सिरदर्द पैदा करने की कार्यप्रणाली अपनाना शुरू कर दे ंतो जनता अपना दुखडा किससे कहे। इस मामले को लेकर शहर कोतवाल से बात की गई तो उन्होंने कहा कि जब बाजार बंद है तो उस ओर आने – जाने का क्या मतलब होता

रिपोर्टर रामू सिंह (म्याऊ)