जनपद सम्भल के बहजोई निवासी हरीचन्द की 22 वर्षीय पुत्री रूबी जन्मजात हृदय रोग से ग्रसित थी। समय के साथ बालिका का यह रोग और जटिल होता गया। हरीचन्द  के आर्थिक रूप से अशक्त होने के उपचार/सर्जरी कराया जाना सम्भव नहीं हो पा रहा था,तथा बालिका का स्वास्थ्य दिन-प्रतिदिन गिरता जा रहा था। तब  हरीचन्द के द्वारा जनपद के जिलाधिकारी महोदय से आर्थिक सहायता की गुहार लगाई।

जिलाधिकारी मनीष बंसल के द्वारा चाइल्ड केयर फण्ड से धनराशि उपलब्ध करायी गयी।

   उक्त के सम्बन्ध में जिलाधिकारी महोदय द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. तरन्नुम रज़ा,  अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. पंकज कुमार विश्नोई तथा जिला समाज कल्याण अधिकारी- सचिव चाइल्ड केयर फण्ड श्री तिनेज कुमार सिंह, डी.ई.आई.सी. प्रबन्धक श्री मनु तेवतिया को अलीगढ़ स्थित जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में समन्वय स्थापित कर चाइल्ड केयर फण्ड के माध्यम से बालिका का उपचार कराये जाने हेतु आदेशित किया।


उक्त सभी अधिकारियों के समन्वय एवं प्रयासों के द्वारा दिनाॅंक 15.03.2024 को बालिका का सर्जरी के माध्यम से  सफलतापूर्वक उपचार कर दिया गया। दिनाॅंक 18.03.2024 को अस्पताल से छुट्टी होने के पश्चात बालिका स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर रही है।

 आज दिनाॅंक 30.03.2024 को बालिका रूबी की सर्जरी के माध्यम से सफलतापूर्वक उपचार के बाद अपने अभिभावक के साथ जिलाधिकारी महोदय से मिलकर उक्त के सम्बन्ध में आभार प्रकट किया।
 बालिका द्वारा बताया गया कि उपरोक्त से ग्रसित होने के कारण उसे सामान्य जीवन जीने में कठिनाइयां महसूस हो रही थी। आक्सीजन स्तर कम होने के कारण रक्त प्रवाह समुचित नि होने के कारण अतिशीघ्र सांस फूलना, कोई काम ना कर पाना, थकान रहना, पढ़ाई ना कर पाना आदि की समस्या रहती थी।

जिलाधिकारी के द्वारा उपचार कराए जाने के पश्चात अब मैं पहले से स्वस्थ महसूस कर रही हूं, सामान्य जीवन जीने की ओर अग्रसर हूं तथा अब मैं अपनी पढ़ाई भी सुचारू रूप से कर पाऊंगी।

 जिलाधिकारी महोदय द्वारा उक्त बालिका को पोषण से भरपूर सामग्री की बास्केट उपहार स्वरूप प्रदान की गयी।

उक्त समय में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर तरन्नुम रज़ा, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ पंकज कुमार विश्नोई जिला समाज कल्याण विभाग अधिकारी  तिनेज सिंह, डी.आई.ओ.- सूचना  ब्रजेश कुमार, जिला कार्यक्रम प्रबंधक,  संजीव कुमार राठौर, डी.ई.आई.सी. प्रबन्धक श्री मनु तेवतिया आदि उपस्थित रहे।

सम्भल से खलील मलिक कि ख़ास रिपोर्ट