इस्लामनगर। महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना में रोजगार सेवकों द्वारा कार्य में उदासीनता बरतने पर खंड विकास अधिकारी ने अधिकांश ग्राम पंचायतों के रोजगार सेवकों को नोटिस जारी किए जिससे रोजगार सेवकों में खलबली मच गई,इसी को लेकर रोजगार सेवकों ने बुधवार को ब्लॉक पर प्रदर्शन कर बीडीओ पर अनर्गल आरोप लगाए।

महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना कार्य में रोजगार सेवकों द्वारा रुचि नहीं लेने पर विकास खण्ड की प्रगति खराब होने पर अधिकांश रोजगार सेवकों को विकास खंड कार्यालय से सितंबर और दिसंबर माह से निरंतर समीक्षा बैठकों में मनरेगा अंतर्गत श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराए जाने और कार्य प्रगति में सुधार लाने के लिए कहा गया लेकिन रोजगार सेवकों की उदासीनता के कारण कार्य प्रगति में कोई सुधार नही किया गया जिसके बाद उच्च अधिकारियों द्वारा मनरेगा में प्रगति लक्ष्य शत प्रतिशत पूर्ति करने के लिए निर्देश दिए गए। उसके बाद अधिकांश रोजगार सेवकों की उदासीनता के कारण विकास खण्ड की प्रगति काफी प्रभावित रही, इसके चलते मनरेगा कार्य में सुधार लाने के लिए सचिव और प्रधान की मांग पर खंड विकास अधिकारी द्वारा ग्राम पंचायत सचिवों को निर्देश दिए गए की प्रत्येक माह के अंत में मनरेगा प्रगति एवं रोजगार सेवकों की उपस्थिति प्रमाण पत्र पर प्रधान और सचिव की संस्तुति उपरांत ही मानदेय आहरित किया जाए। इसी से नाराज रोजगार सेवकों ने विकास खंड मुख्यालय पर प्रदर्शन कर खंड विकास अधिकारी पर कई झूंठे आरोप लगाए गए है।

इस्लामनगर खंड विकास अधिकारी मुनब्बर खान ने बताया की प्रधान,सचिव की मांग पर उपस्थिति प्रमाण पत्र से असंतुष्ट होकर रोजगार सेवकों ने 31 जनवरी को विकास खंड मुख्यालय पर बिना अधोहस्ताक्षरी को अवगत कराए प्रदर्शन किया और खंड विकास अधिकारी पर अनर्गल आरोप लगाते हुए समाचार प्रकाशित कराया गया जो सरासर गलत है।

रिपोर्टर रंजीत कुमार