केंद्रीय जेल अलवर एक बार फिर से सुर्खियों में है। इस बार हत्या व आर्म्स एक्ट से जुड़े एक आरोपी के परीजनो ने मारपीट न करने की एवज में जेलर राजेश पर रंगदारी मांगने का आरोप लगाया। इस बीच जेल में बंद यशपाल के परिजनों ने अलवर जिला कलेक्टर अभिचल चतुर्वेदी को मामले से अवगत करा जांच की मांग की। कैदी यशपाल के परिजनों ने बताया कि तकरीबन 1 साल से वह अलवर जेल में आर्म्स एक्ट के तहत बंद है। जेल में उसके साथ लगातार पैसे की मांग को लेकर मारपीट हो रही है।अब तक करीब 90 हजार रूपये पेटीएम के माध्यम से जेल से जुड़े जेलर राजेश को पहुंचा चुके है। वहीं दूसरी तरफ अलवर पुलिस उपअधीक्षक हेडक्वार्टर डॉ तेजपाल ने कहा कि मामले की जांच संबंधित इलाके से जुड़े थाना प्रभारी नरेश कुमार को सौंप दी गई है। जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी। लेकिन जिस तरह जेल प्रशासन पर एक बार फिर बंदियों के साथ मारपीट कर, उगाई का मामला प्रकाश में है। उसे साफ हो गया की जेल में अपराध सुधार के नाम पर न सिर्फ अवैध उगाई होती है बल्कि अपराधियों के साथ ही अपराध के नए कारनामे लगातार अलवर केंद्रीय जेल में लिखे भी जा रहे है।
रिपोर्टर मुकेश