बदायूँ । क्षय रोगी की खोज के लिए ज़िला स्वास्थ्य विभाग के द्वारा क्षय रोगी खोजी अभियान चलेगा अभियान 23 नवंबर से 5 दिसंबर तक चलाया जाएगा। इस अभियान के तहत घर-घर जाकर संदिग्ध क्षय रोगियों का सर्वे किया जाएगा।इस अभियान में एएनएम एवं आशा कार्यकतरी रोगियों को खोजने का कार्य करेंगी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रदीप वार्ष्णेय ने बताया कि प्रधानमंत्री के वर्ष 2025 तक टीवी मुक्त भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए राष्ट्रीय छह उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत सक्रिय छह रोगी खोज अभियान कैंपेन पूरे प्रदेश में 5 दिसंबर तक चलेगा।जिसके अंतर्गत जनपद में 23 नवंबर से 5 दिसंबर तक के दौरान अनाथालय, वृद्धाश्रम ,बाल संरक्षण गृह, नवोदय विद्यालय, ज़िला कारागार,मदरसा इत्यादि में टीबी के संदिग्ध मरीजों की स्क्रीनिंग एवं जांच क्षय रोग विभाग के स्टाफ द्वारा कराई जाएगी। इस कार्यक्रम के अंतर्गत जिले की 20 प्रतिशत आबादी ली गई है जिसमें 281 टीम का गठन किया गया है। 67 सुपरवाइजर नियुक्त किए गए हैं इस अभियान की मॉनिटरिंग एसीएमओ,डिप्टी सीएमओ द्वारा की जाएगी ज़िला क्षय रोग अधिकारी डॉ विनेश कुमार ने बताया की जनपद के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र की मलिन बस्तियों, घनी आबादी, एवं हाई रिस्क क्षेत्र में टीबी के संदिग्ध मरीजों की स्क्रीनिंग एवं जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि टीबी के नए मरीजों के मिलने पर उनका 24 घंटे मे उपचार प्रारंभ कर उन्हें डीबीटी के माध्यम से 500 रुपए प्रतिमाह रोगी को पोषण हेतु सरकारी सहायता प्रदान की जाएगी lयह 500 रुपए पोषण युक्त भोजन के लिए सरकार द्वारा दिया जाता है ।क्षय रोगियों की 6 माह दवा चलेगी और मरीजों को 6 माह तक 500 रुपए प्रति माह की सहायता प्रदान की जाएगी। इस अभियान के अंतर्गत घर-घर जाकर लोगों को टीबी के लक्षणों जैसे दो हफ्ते से ज़्यादा खांसी, खांसते समय बलगम के साथ खून आना, सीने में दर्द की शिकायत होना,15 दिन से लगातार बुखार आना, लगातार वज़न कम होने की शिकायत ऐसे लोगों की तत्काल बलगम की जांच कराई जाएगी l इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए ज़िला क्षय रोग अधिकारी डॉक्टर विनेश कुमार एवं टीम ने सभी जनमानस से सहयोग की अपील की है।