सीएनएन न्यूज भारत ब्यूरो महराजगंज :: नौतनवा में तस्करी का एक बड़ा मामला पकड़ में आया है। कस्बे के जायसवाल मोहल्ले के एक घर में तहसील प्रशासन व पुलिस की संयुक्त टीम ने छापेमारी कर करीब 20 लाख रुपये के कपड़ों व कास्मेटिक की खेप को पकड़ा है। इसे तस्करी के लिए इकट्ठा किया गया था। 16 गट्ठरों में पकड़ा व एक गट्ठर में कास्मेटिक रखा गया था। हालांकि मौके से टीम किसी को दबोच नहीं सकी। पुलिस ने कस्टम विभाग से लेकर जीएसटी विभाग के अधिकारियों तक मामले की जांच के लिए लिखा है। कपड़ा तस्करी की सूचना मिलने के बाद प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद्र कुमार सिंह पुलिस फोर्स के अलावा तहसीलदार कर्ण सिंह के साथ जायसवाल मोहल्ले में स्थित इस मकान में छापेमारी की। यहां पर अवैध तरीके से रखा गया 16 गट्ठर कपड़ा एवं एक गट्ठर में कॉस्मेटिक का सामान बरामद हुआ। बरामद किए गए सामानों की कीमत 20 लाख के करीब आंकी जा रही है। पुलिस ने बरामद सभी सामानों को अपने कब्जे में लेते हुए 113 कस्टम अधिनियम के तहत कार्रवाई में जुट गई है।

मास्टरमाइंड की तलाश में जुटी पुलिस

पुलिस यह भी पता लगाने में जुट गई है कि आखिर इस कपड़ों का मालिक कौन है। वह किसके माध्यम से नेपाल की सीमा में इसे पहुंचाने की फिराक में था। पुलिस ने कस्टम विभाग के उच्च अधिकारियों से लेकर जीएसटी विभाग के अधिकारियों को भी चिट्ठी लिखकर मामले की जांच में सहयोग को कहा है।

बड़े पैमाने पर हो रहा है जीएसटी चोरी का खेल

नौतनवा कस्बे से बड़े पैमाने पर कपड़े की तस्करी होती रही है। भारत और नेपाल के बीच कपड़ा तस्करी का खेल काफी पुराना है। इसमें बड़े पैमाने पर जीएसटी चोरी का खेल खेला जाता है। भारत के अलग-अलग राज्यों से नेपाल को जाने वाले कपड़े पर भारत सरकार जीएसटी की छूट देती है। इसका फायदा स्थानीय तस्कर उठाते हैं और नौतनवा में इस तरह के कपड़ों को उतार कर पगडंडी रास्तों के जरिए नेपाल की सीमा में पहुंचा देते हैं।

साड़ी, टोपी, गर्म मोजा, लेडीज शूट से लेकर सौंदर्य प्रसाधन तक

पुलिस ने छापेमारी के दौरान 17 गट्ठरों में भारी मात्रा में साड़ी, टोपी, गर्म मोजा, लेडीज शूट, गर्म लोवर, स्वेटर, वूलन पैंट, वूलन कुर्ती, फेस पावडर, लिपिस्टिक, आइब्रो पेंसिल आदि सामानों की खेप की बरामदगी हुई है।पुलिस ने सहायक आयुक्त राज्य कर खण्ड गोरखपुर को भेजा पत्रसामानों की जांच को लेकर नौतनवा पुलिस ने सहायक आयुक्त राज्य कर खंड गोरखपुर को पत्र लिखा है। पुलिस का मानना है कि जीएसटी विभाग की जांच में इस बात की सत्यता सामने आ सकती है कि किसने कहां से कपड़ों को मंगाया है। अवैध कारोबारियों व मास्टरमाइंड की पहचान हो सकती है।

धर्मेंद्र कुमार सिंह, प्रभारी निरीक्षक,नौतनवा ने बताया सूचना के बाद तत्काल तहसीलदार नौतनवा के साथ छापेमारी की गई। तस्करी के लिए रखा बड़े पैमाने पर कपड़ा व कॉस्मेटिक बरामद हुआ है। यहां तक कपड़ा कैसे पहुंचा है? इसकी जांच के लिए जीएसटी विभाग को भी पत्र भेजा गया है।