उघैतीI उघैती कस्बा में चल रही आठ दिन से आदर्श रामलीला कमेटी मैं चल रामलीला मंगलवार की रात रावण वध के साथ संपन्न हो गई। विभीषण को लंका का राजा बनाने के बाद प्रभु श्रीराम अयोध्या लौट आए। दशरथ नंदन के आने की खबर सुनकर पूरे राज्य में जश्न का माहौल हो जाता है। रामलीला में अंतिम दिन कुंभकर्ण के वध की खबर सुनने के बाद लंकापति रावण परेशान हो जाता है। उसने अहिरावण को युद्ध के लिए
भेजा। विभीषण का वेश धारण कर अहिरावण राम-लक्ष्मण का हरण कर पाताल लोक ले जाता है। इसके बाद हनुमान जी अहिरावण का वध कर प्रभु राम और लक्ष्मण को वापस लाते हैं। जैसे ही रावण को अहिरावण के वध की खबर मिलती है, वह स्वयं युद्धभूमि में जाता है। राम-रावण के बीच भयंकर युद्ध होता है। रावण का सिर बार-बार कटने पर उग आता है। इससे वानरी सेना ही नहीं, राम की सेना भी चिंतित हो जाती है। विभीषण के बताने पर श्रीराम रावण की नाभि में बाण चलाते हैं। अंत में प्रभु श्रीराम ने रावण का वध कर दिया। लंका में विभीषण का राज्याभिषेक करने के बाद प्रभु राम सीता और लक्ष्मण संग अयोध्या आ जाते हैं। राम के अयोध्या लौटने पर पूरे राज्य में जश्न का माहौल हो जाता है।
जैसे ही श्री राम का राजतिलक किया जाता है कस्बा उघैती मैं खुशी मनाई जाती है I पटाखे और दीप जलाए जाते हैंI रामलीला का समापन होने के बाद कमेटी में जितने भी सदस्य थे और जिन्होंने रामलीला में पाठ किया था उन सभी के लिए पुरस्कार देकर सम्मान किया जाता है I इस मौके मनोज पालीवाल रामनिवास चित्तौड़िया प्रेमपाल मुनीम चंद्रपाल गुप्ता उमेश चित्तौड़िया राघव शर्मा बाबू सिंह प्रधान डाक्टर भुशंकर गुप्ता साकिर हुसैन प्रेमपाल सुनील शाक्य समस्त क्षेत्रवासी और ग्रामवासी मौजूद रहेI
रिपोर्ट अकरम मलिक