सम्भल । नगर के कई सामाजिक एवं सांस्कृतिक संगठनों द्वारा सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाई गई ।
नगर के नखासा स्थित एकता चौकी में बेसिक शिक्षा परिषद के मोहित गुप्ता, शाहीन स्मारक महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ सुरजीत कौशिक, हिंदू जागृति मंच के जिला महामंत्री राजेंद्र सिंह गुर्जर, स्पर्शी पत्रिका के संपादक अतुल कुमार शर्मा, लोकतंत्र रक्षक सेनानी चौधरी महिपाल सिंह व परीक्षित मोंगिया एवं इंस्पेक्टर पवन कुमार ने सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया ।
विष्णु कुमार गुप्ता ने देश भक्ति गीत सुनाया जिसका सभी ने सामूहिक गान भी किया ।
इस अवसर पर भारतीय इतिहास संकलन समिति के जिला अध्यक्ष अजय कुमार शर्मा ने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल एक मजबूत, अडिग और दृढ़ संकल्पित व्यक्तित्व के धनी थे । गृहमंत्री के रूप में उनकी पहली प्राथमिकता देसी रियासतों (राज्यों) को भारत में मिलाना था। इस काम को उन्होंने बिना खून बहाए करके दिखाया। केवल हैदराबाद के ‘ऑपरेशन पोलो’ के लिए उन्हें सेना भेजनी पड़ी। भारत के एकीकरण में उनके महान योगदान के लिए उन्हे भारत का ‘लौहपुरुष’ के रूप में जाना जाता है ।
नगर हिंदू सभा के अध्यक्ष कमलकांत तिवारी ने कहा सरदार पटेल को सरदार नाम, बारडोली सत्याग्रह के बाद मिला, जब बारडोली कस्बे में सशक्त सत्याग्रह करने के लिए उन्हें पहले बारडोली का सरदार कहा गया। बाद में सरदार उनके नाम के साथ ही जुड़ गया।
इस अवसर पर राजेंद्र सिंह गुर्जर, श्यामशरण शर्मा, मुकेश कुमार शर्मा, अरुण कुमार अग्रवाल, परीक्षित मोंगिया, चौधरी महिपाल सिंह, सुरजीत कौशिक, अतुल कुमार शर्मा, मोहित गुप्ता, सुमन कुमार वर्मा आदि उपस्थित रहे । अध्यक्षता कोतवाली संभल के प्रभारी निरीक्षक पवन कुमार सिंह ने की। संचालन हिंदू जागृति मंच के प्रदेश महामंत्री सुबोध कुमार गुप्ता ने किया।
सम्भल से खलील मलिक कि ख़ास रिपोर्ट